आज घर-घर जन्मेंगे कन्हाई, गूंजेगी बधाई
व्रत के लिए फलों की बढ़ी मांग बाजार में खोवा की रही किल्लत ब्लर्ब ठाकुर जी के मुकुट में चमकेंगे मोर के पंख राधा-कृष्ण की पोशाक के अलावा भोग के लिए बिके माखन मिस्त्री व अन्य सामान
जासं, हाथरस : ब्रज की देहरी हाथरस में भी बुधवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर कोरोना संक्रमण के कारण मंदिरों पर वृहद स्तर पर धार्मिक आयोजन की मनाही है और घर-घर पूजा करने पर जोर दिया रहा है। फिर भी तैयारियों को लेकर श्रद्धालुओं में उल्लास दिखाई दिया। मंगलवार को बाजारों में सजावट के लिए राधा-कृष्ण की पोशाक के अलावा मुकुट व अन्य सामान की जमकर खरीदारी की गई। इस दौरान मुकुट की सजावट के लिए मोर के पंखों की भी खूब बिक्री हुई।
जन्माष्टमी पर घर-घर कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसलिए पिछले कई दिन से तैयारी चल रही है। सोमवार से खरीदारी चल रही है। बुधवार को भी बाजारों में भीड़ रहेगी।
जन्माष्टमी पर व्रत के लिए फलों के अलावा दूध, कूटू का आटा, खोवा व अन्य सामान की खरीदारी हुई। फल वालों ने इस मौके का खूब उठाया। सेब व केला के अलावा अन्य फलों को आम दिनों की तुलना में अधिक दाम पर बेचा। घर-घर दूध की मांग अधिक होने के कारण बाजार में दूध कम आने से खोवा की किल्लत रही। इस मौके का फायदा कुछ दुकानदारों ने उठाया और सूखे दूध में मिलावटकर खोवा तैयार कराया।
सिकंदराराऊ के बाजारों में उमड़ी भीड़
संसू, सिकंदराराऊ : श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर बाजार में मंगलवार को भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पोशाक एवं श्रृंगार की वस्तुओं के विक्त्रेता विनय वाष्र्णेय का कहना है कि इस वर्ष कोरोना संक्त्रमण के कारण बहुत कम सामान की बिक्त्री हुई है। जो सामान दुकानदार लाए थे, उसमें से बहुत सामान बच गया है। त्योहारों पर जुलूस और झांकियों पर पाबंदी
जासं, हाथरस : शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन ने धार्मिक कार्य, त्योहार, आयोजनों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने कहा है कि कोई भी धार्मिक कार्य, त्योहार का आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर नहीं किया जाएगा। न ही कोई धार्मिक जुलूस या रैली निकाली जाएगी। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर किसी प्रकार की मूर्ति, झांकी आदि स्थापित नहीं की जाएगी। घरों में रहकर ही पूजा-अर्चना करने के निर्देश हैं।
धर्मिक, उपासना स्थलों पर कोविड 19 के संक्रमण से बचाव के लिए व्यवस्थाएं बनाई गई हैं, जिनमें एक समय में पांच से अधिक व्यक्ति इकट्ठे न हों। साथ ही उपासना स्थलों पर फेस कवर एवं शारीरिक दूरी के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए। विवाह समारोह में मेहमानों की संख्या 20 से अधिक नहीं होगी। इसमें वर एवं वधु पक्ष के अधिकतम 10-10 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे। इसी प्रकार किसी पारिवारिक कार्यक्रम या जन्मदिन सालगिरह आदि समारोह में 10 से अधिक व्यक्ति सम्मिलित नहीं होंगे। इसके अलावा अंतिम संस्कार से संबंधित कार्यक्रमों में पूर्ववत अधिकतम 20 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू रहेगा एवं आदेश का उल्लंघन पर भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 188 व अन्य प्रासंगिक धाराओं तथा आपदा प्रबंधन के तहत कार्रवाई की जाएगी।