बूलगढ़ी नहीं जा सके टीएमसी के नेता
धक्कामुक्की में गिरे राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन टीएमसी नेताओं ने दी तहरीर बखेड़ा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं से तीखी नोकझोंक पुलिस ने की गांव की घेराबंदी मीडिया को भी नहीं जाने दिया
जागरण संवाददाता, हाथरस : बूलगढ़ी की युवती की मौत के मामले में शुक्रवार को दिनभर हंगामे की स्थिति रही। आगरा-अलीगढ़ हाईवे पर चंदपा के पास बूलगढ़ी मोड़ पर दिनभर अफरा-तफरी मची रही। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों की गांव जाने को लेकर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से खूब धक्का-मुक्की हुई, जिसमें सांसद डेरेक ओब्रायन जमीन पर गिर पडे़। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भी पुलिस से नोकझोंक हुई। शिवसेना के लखनऊ से आए कार्यकर्ताओं को भी आगरा-हाथरस बॉर्डर पर गोविदपुर गांव के पास रोक दिया। एसआइटी ने शुक्रवार को भी गांव में जांच की। इसका हवाला देते हुए जिला प्रशासन ने मीडिया और नेताओं को गांव में नहीं जाने दिया।
शुक्रवार को करीब 11 बजे टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन, डॉ. कोकिला घोष, प्रतिभा मंडल व पूर्व सांसद ममता ठाकुर ने गांव में जाने की कोशिश की तो पुलिस ने मोड़ पर उन्हें रोक लिया। इस दौरान नेताओं की सिटी मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा व पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई। इस बीच डेरेक ओब्रायन सड़क पर गिर गए। वहीं प्रतिभा मंडल ने अधिकारी पर टच करने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई। शाम को टीएमसी नेताओं की तरफ से कोतवाली चंदपा में पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ तहरीर दी गई। योगी सरकार पर लगाए आरोप
तृणमूल कांग्रेस की सांसद कोकिला घोष से योगी सरकार पर इस दौरान जमकर आरोप लगाए। बूलगढ़ी गांव के बाहर एक तरफ धरने पर बैठीं सांसद ने कहा कि योगी सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है। यूपी में महिलाओं का सम्मान सुरक्षित नहीं बचा। खुद योगी यूपी संभाल नहीं पा रहे हैं और आरोप हमारी सीएम ममता बनर्जी पर लगाते हैं। पुलिस पर हिटलरशाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। यूपी में दलित और पिछड़ों के अलावा अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं। प्रोफेसर रामगोपाल से की वार्ता
सपा का प्रतिनिधिमंडल एमएलसी जसवंत सिंह की अगुवाई में टीएमसी के सांसदों से मिला। जसवंत सिंह ने टीएमसी के सांसद डेरेक ओब्रायन की राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव से फोन पर वार्ता कराई। प्रो.राम गोपाल ने सांसद ओब्रायन से कहा कि सपा के पदाधिकारी उनकी हरसंभव मदद के लिए आपके साथ हैं। कांग्रेस और आप नेताओं से नोकझोंक
कांग्रेस नेता श्यौराज जीवन दोपहर बाद पीड़िता के गांव जाने के लिए बूलगढ़ी पहुंचे। गांव में प्रवेश करने को लेकर उनकी पुलिस अधिकारियों से तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस ने उन्हें भी गांव जाने से रोक दिया। उधर दिल्ली और गाजियाबाद से आए आम आदमी पार्टी के नेता भी पीड़िता के स्वजन से मिलने के लिए गांव जाना चाहते थे। उनसे भी पुलिस की नोकझोंक हुई। पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें वहां से हटा दिया। खून से खत लिखने आए
लोगों को भी लठियाया
अखिल भारतीय हिदू महासभा के कार्यकर्ता भी बूलगढ़ी गांव की सीमा पर पहुंचे। पुलिस ने उन्हें गांव में प्रवेश करने से रोक दिया। इस पर वे धरने पर बैठ गए। यहां ज्ञापन पर एक कार्यकर्ता ने खून से हस्ताक्षर करने की बात करने लगा। इंजेक्शन से वह खून निकलवा रहा था, तभी पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को लाठी फटकारकर दौड़ा दिया। मीडिया कर्मियों ने दिया धरना
जिला प्रशासन ने मीडिया को भी गांव जाने से रोक दिया। इसको लेकर मीडियाकर्मियों की भी पुलिस से नोकझोंक हुई। कुछ मीडियाकर्मी ने इसके विरेाध में धरना भी दिया।