पांच करोड़ मांगे जाने का सबूत है मेरे पास : मुकुल
बसपा नेताओं के सवाल पर मुकुल ने फिर की प्रेस कान्फ्रेंस प्रतिक्रिया -मायावती पर आरोप लगाने वाले तमाम बड़े नेताओं के नाम गिनाए -मुख्य जोन इंचार्ज रणवीर कश्यप के जरिए रुपये मांगने का आरोप
जागरण संवाददाता, हाथरस : बसपा से निष्कासित पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय ने अब अलीगढ़ मंडल के मुख्य जोन इंचार्ज रणवीर कश्यप को इस मामले में घसीटा है। आरोप लगाया है कि उनके जरिए ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने अलीगढ़ लोकसभा सीट के टिकट के लिए पांच करोड़ रुपये मांगे थे। मुकुल ने कहा, 'सबका काला चिट्ठा मेरे पास है, वक्त आने पर खोलूंगा।' उन्होंने कहा कि वे बसपा के वफादार थे, लेकिन पार्टी ने उनके साथ धोखा किया। उनकी 25 साल की तपस्या बर्बाद हो गई। अब जिस पार्टी में जाएंगे, मरते दम तक उसके साथ रहेंगे।
निष्कासित होते ही नौ नवंबर को प्रेस कान्फ्रेंस कर मुकुल उपाध्याय ने अपने बड़े भाई रामवीर उपाध्याय व मायावती पर गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों को लेकर आगरा-अलीगढ़ मंडल के मुख्य जोन इंचार्ज व एमएलसी सुनील चित्तौड़ ने उनसे सबूत दिखाने को कहा था। इसके कारण मुकुल ने रविवार को फिर प्रेस कान्फ्रेंस की तथा सबूत मांगने की बात का जवाब दिया। साथ ही उन्होंने दूसरे राजनीति दल में जाने का इशारा भी किया। सुनील चित्तौड़ के बयान पर मुकुल उपाध्याय ने कहा कि बसपा ने उनपर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाया है। क्या मायावती या बसपा के किसी कोआर्डिनेटर पर उनके खिलाफ कोई सबूत है? उन्होंने कहा पहले भी बड़े-बड़े नेता बसपा सुप्रीमो पर पैसे मांगने का आरोप लगा चुके हैं। मुकुल ने पूर्व में बसपा से निकाले गए नसीमुद्दीन सिद्दीकी, स्वामी प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, बाबू ¨सह कुशवाह आदि बड़े नेताओं के नाम गिनाए, जो प्रेस कान्फ्रेंस कर मायावती पर इसी तरह के आरोप लगा चुके हैं। मुकुल ने कहा कि ये बसपा के बड़े चेहरे थे। हर व्यक्ति झूठ नहीं बोल सकता। उन्होंने कहा कि नसीमुद्दीन ने तो बसपा सुप्रीमो की रिकॉर्डिंग भी पेश की थी।
पूर्व एमएलसी ने एक बार फिर दोहराया कि बसपा सुप्रीमो को पैसे के आगे कुछ दिखाई नहीं देता। यह सभी जानते हैं। मुकुल उपाध्याय ने कहा कि वे अपने समर्थकों के संपर्क में हैं। 'कई राजनीतिक पार्टियां उनसे संपर्क कर रही हैं। जुड़ने के लिए बोल रही हैं, लेकिन मैं किसी प्रकार की जल्दबाजी नहीं करने वाला। समर्थकों व शुभचितंकों से चर्चा करने के बाद ही कोई निर्णय लूंगा। सही समय पर इसकी जानकारी भी दूंगा।'