पूरा परिवार मलेरिया का शिकार
अफसरों की टीम के सामने आए पूरे मामले का सच गांव नगला हट्टी में बुखार से हुई थी मासूम की मौत
संवाद सूत्र, हाथरस : सादाबाद में दस सितम्बर को गांव नगला हट्टी में बुखार के चलते आठ वर्षीय मासूम की जान निगल गई थी। माना जा रहा था कि परिवार पर मुफलिसी के चलते भूख से मौत हुई। तब प्रशासन पर जबाव देते नहीं बन रहा था। जांच की गई तो पता चला कि पूरा परिवार मलेरिया की चपेट में था।
नगला हट्टी का भूरी ¨सह कोल्ड स्टोर पर पल्लेदारी करता है। मजदूरी न मिलने से परिवार के सामने पेट भरने का संकट था। ऐसे में परिवार मलेरिया की चपेट में आ गया। 10 सितम्बर को भूरी ¨सह की आठ वर्षीय बेटी खुशी की जान चली गई। एक बच्ची को आगरा भर्ती कराया गया। खुशी की मौत ने सबको झकझोर के रख दिया। भूरी ¨सह के परिवार के हालात ऐसे थे कि हर किसी की संवेदना उसके साथ थी। इसलिए प्रशासन की निगरानी और सरकारी खर्चे पर बच्ची का आगरा में उपचार कराया गया। अब बच्ची की हालत में काफी सुधार है। मामले की जांच की गई तो पता चला कि नौ सितम्बर तक भूरी ¨सह के बच्चों ने स्कूल में मिड डे मील खाया था। इसके बाद स्वास्थ्य खराब होने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पाये। भूरी ¨सह का पूरा परिवार मलेरिया की चपेट में था। मलेरिया के कारण ही खुशी की जान चली गई। बुधवार को एडीएम रेखा एस चौहान, एसडीएम च्योत्सना बंधु, डीएसओ सहित अन्य अधिकारी नगला हट्टी पहुंचे और भूरी ¨सह के परिवार का हाल जाना। भूरी ¨सह के परिवार में इस समय पत्नी सोनिया के अलावा तीन बच्चियां हैं। इनमें से छह वर्षीय अनु को आगरा में उपचार दिया गया था। अभी पूरे परिवार को उपचार दिया जा रहा है। प्रशासन परिवार की पूरी देख रेख कर रहा है। एसडीएम ज्योत्सना बंधु ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।