कॉलेजों में सुनाई जाएगी सर्जिकल स्ट्राइक की गाथा
यूजीसी के माध्यम से महाविद्यालयों को जारी किए गए है दिशा-निर्देश ग्री¨टग कार्ड, संदेश पत्र, गोष्ठी आदि कार्यक्रम आयोजित करने होंगे
संवाद सहयोगी, हाथरस : महाविद्यालयों के विद्यार्थियों में भी यह जिज्ञासा रहती है कि पाकिस्तान में जाकर देश के जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक कैसे किया। 29 सितंबर को मनाया जाने वाला सर्जिकल स्ट्राइक डे ऐसे विद्यार्थियों के लिए बेहतर अवसर है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन ने शिक्षा निदेशक को पत्र जारी किया है, जिसपर शिक्षा निदेशक ने संबंधित विश्वविद्यालयों को सर्जिकल स्ट्राइक दिवस मनाने के निर्देश जारी किए हैं। डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय से जुड़े एडेड व वित्तविहीन महाविद्यालयों के लिए भी फरमान जारी हुआ है। 29 सितंबर को 9यूपी एनसीसी बटालियन में भी कार्यक्रम होगा। उन्हें कर्नल आदि सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बताएंगे। इनसेट-
कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों
के परिजन बुलाए जाएंगे
महाविद्यालयों के कार्यक्रम में पूर्व फौजियों को भी बुलाया जाएगा। सशस्त्र बलों के बलिदान के बारे में पूर्व सैनिकों से संवाद कराया जाएगा। शहीद हुए सैनिकों के परिवार के सदस्यों को भी बुलाया जाएगा।
इनकी सुनो
शिक्षा निदेशक इलाहाबाद की ओर से निर्देश मिला है। सर्जिकल स्ट्राइक दिवस के मौके पर सुबह के वक्त कार्यक्रम होंगे, क्योंकि महाविद्यालय में बीएड की परीक्षाएं चल रही हैं।
-मेजर राजकमल दीक्षित, प्राचार्य, बागला डिग्री कॉलेज। सर्जिकल स्ट्राइक दिवस को मनाने के लिए निर्देश आ चुके हैं, लेकिन अवकाश होने के कारण कार्यकम तय नहीं हो पाए हैं। शनिवार को महाविद्यालय में तय किया जाएगा।
-डॉ. मीता कौशल, प्राचार्या, आरडी कन्या डिग्री कॉलेज