नाबालिग से शादी का बनाया जा रहा दबाव
संवाद सहयोगी, हाथरस : जाफराबाद प्रकरण में सोमवार को दूसरा पक्ष पुलिस अधीक्षक से मिला तथा
संवाद सहयोगी, हाथरस : जाफराबाद प्रकरण में सोमवार को दूसरा पक्ष पुलिस अधीक्षक से मिला तथा निष्पक्ष जांच की मांग की। एसपी को दिए प्रार्थना पत्र में सफाई देते हुए कहा है कि उनका घटना से कोई लेना-देना नहीं है। आरोप है कि युवक अपनी नाबालिग बहन की शादी जबरन कराना चाह रहा है, जबकि युवक भी शादी के लिए तैयार नहीं है। प्रार्थना पत्र में लड़की के आधार कार्ड की प्रति भी लगाई गई है।
शनिवार की सुबह जाफराबाद निवासी सचिन ने पुलिस कार्यालय के सामने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली थी। युवक ने सुसाइड नोट में इस आत्मघाती कदम के लिए बहन के प्रेमी विकास के परिवार को दोषी ठहराया था। उसने विकास के ताऊ विजय, दिनेश, परवीन व तेज ¨सह का नाम सुसाइड नोट में लिखा था तथा घटना के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था। सुसाइड नोट में आत्मदाह की बात लिखी थी, लेकिन जिला अस्पताल में इन चारों पर जलाने का आरोप लगाया था। तीन दिन से युवक अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। इधर आरोप लगने पर सोमवार को तेज ¨सह के भाई भूपेंद्र ¨सह व गांव के लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। इन लोगों ने अपना पक्ष रखते हुए सचिन व उसके परिवार पर फंसाने का आरोप लगाया। भूपेंद्र ने बताया कि चरन ¨सह से उनका काफी समय से विवाद चल रहा है। चरन ¨सह पहले जाफराबाद में रामप्रकाश के मकान में रहते थे। रामप्रकाश फरीदाबाद में रहते हैं। चरन ¨सह मकान खाली नहीं कर रहे थे। इस पर उनके भाई तेज ¨सह व अन्य लोगों ने पुलिस से पैरवी कर 18 अगस्त 2017 को मकान खाली करवाया था। भूपेंद्र का आरोप है कि इसी से कुपित होकर इसी परिवार ने विजय ¨सह व शिशुपाल ¨सह पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। अब सचिन ने खुद को आग लगा ली है और अब उनके परिवार के लोगों का नाम ले रहा है।
भूपेंद्र का आरोप है कि अब यह परिवार विकास से अपनी नाबालिग बेटी की शादी कराना चाह रहा है। लड़की नाबालिग होने के कारण वे रिश्ते के लिए तैयार नहीं हैं। भूपेंद्र व उनके साथ गए लोगों ने प्रकरण में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि घटना के समय पुलिस कार्यालय पर चारों में से कोई मौजूद नहीं था। एसपी सुशील घुले ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।