प्रशांत ही रहेंगे परशुराम शोभायात्रा समिति अध्यक्ष
मतभेद के चलते अलग-अलग चुने गये थे शोभायात्रा समिति के अध्यक्ष सोमवार को पूर्व मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया फैसला
संवाद सूत्र, हाथरस : सादाबाद में 12 सितम्बर को महर्षि परशुराम शोभायात्रा समिति के अध्यक्ष के चुनाव के बाद विप्र समाज में गुटबंदी नजर आने लगी थी। दो दिन बाद नया अध्यक्ष चुना गया तो विरोध और तीखा हो गया। विप्र समाज में दो अध्यक्षों के चुनाव के बाद चर्चायें तेज हो गईं। अलग-अलग शोभायात्रा निकाले जाने के दावे होने लगे। इसके बाद सोमवार को पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की अध्यक्षता में हुई बैठक में मसला निपटाया गया। गत वर्ष अध्यक्ष रहे प्रशांत गौतम को ही शोभायात्रा निकालने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
रोशनलाल इंटर कालेज में समाज के दर्जनों लोगों की उपस्थित में अरुण कुमार शर्मा को महर्षि परशुराम शोभायात्रा समिति का अध्यक्ष चुना गया था। उसी दिन कार्यकारिणी की घोषणा की गई। चुनाव के बाद निवर्तमान अध्यक्ष प्रशांत गौतम ने इसका विरोध किया और नये अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा कर दी। दो दिन बाद जीपी गौतम को शोभायात्रा समिति का अध्यक्ष चुना गया तो समाज में चर्चा होने लगी कि आखिर कौन शोभायात्रा निकालेगा। चर्चा थी कि अरुण कुमार शर्मा के नेतृत्व में महर्षि परशुराम और जीपी गौतम के नेतृत्व में महर्षि गौतम जयंती निकलेगी। समाज भी दोनों अध्यक्षों के साथ बंट गया। सोमवार को पूर्व मंत्री व विधायक रामवीर उपाध्याय ने हाथरस रोड स्थित आवास पर समाज के लोगों के साथ बैठक की। अब तक हुये दोनों अध्यक्षों के चुनावों के बारे में जानकारी हासिल कर फैसला लिया कि इन दोनों में से अध्यक्ष कोई नहीं रहेगा। गत वर्ष अध्यक्ष रहे प्रशांत गौतम को ही यह जिम्मेदारी पुन: सौंपी जाती है। इसलिए प्रशांत गौतम को लगातार दूसरी बार महर्षि परशुराम शोभायात्रा समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। बैठक में जगदीश गौतम, प्रमोद गौतम पम्मा, गौरीशंकर गौतम, भगवती गौतम, रामू शुक्ला, बब्बू गौतम आदि मौजूद रहे।