अवैध संबंधों में गई थी भग्गा की जान
आगरा में आत्महत्या करने के बाद सादाबाद में शव फेंक गए थे साथी ब्लर्ब- हाथरस जंक्शन में दर्ज थी गुमशुदगी आत्महत्या को उकसाने के मामले में एक गिरफ्तार पति-पत्नी फरार
जागरण संवाददाता, हाथरस : अवैध संबंधों के कारण हाथरस जंक्शन के गांव जहांगीरपुर के रहने वाले भगेंद्र उर्फ भग्गा (55) की जान गई थी। मानसिक रूप से परेशान भगेंद्र ने आत्महत्या कर ली थी। पकड़े जाने के डर से आरोपित महिला ही अपने पति व देवर की मदद से शव को सादाबाद क्षेत्र में फेंक गई थी। लावारिस शव की शिनाख्त के बाद गुमशुदगी को मुकदमे में तरमीम किया गया था। पुलिस ने मामले में महिला के देवर को गिरफ्तार कर लिया है।
जहांगीरपुर के रहने वाले हाकिम सिंह ने 19 सितंबर को कोतवाली हाथरस जंक्शन में अपने भाई भगेंद्र उर्फ भग्गा की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। हाकिम ने बताया था कि उनका भाई शादीशुदा नहीं है। गांव की ही महिला सुशीला के साथ उसके अवैध संबंध हैं तथा वह महिला व उसके परिवार के साथ चार महीने से आगरा में रह रहा है। आगरा में भगेंद्र, महिला व उसके पति के साथ पान मसाला फैक्ट्री में काम करता था। 15 सितंबर को गांव से सुशीला का पूरा परिवार लापता हो गया था। इधर हाकिम का फोन पर भगेंद्र से संपर्क नहीं हो पा रहा था। शक होने पर उसने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इस बीच 18 सितंबर को सादाबाद कोतवाली में लावारिस शव मिला था। कुछ दिन पहले हाकिम ने कपड़ों व फोटो देखकर शिनाख्त की कि शव उनके भाई का है। भगेंद्र की मौत की जानकारी पर पुलिस ने छानबीन तेज की। पुलिस आगरा में पान मसाला फैक्ट्री पहुंची, जहां मजदूरों से पूछताछ में पता चला कि 15 सितंबर को भग्गा ने फैक्ट्री के पास पेड़ पर लटककर आत्महत्या कर ली थी। बिना पुलिस कार्रवाई के सुशीला, उसका पति अर्जुन व देवर दुर्गपाल गांव ले जाने की बात कहकर शव को ले गए थे। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट व छानबीन के आधार पर 12 नवंबर को तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। तब से तीनों की तलाश थी।
बुधवार रात को पुलिस ने दुर्गपाल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि 15 सितंबर को उसके भतीजे के जन्मदिन पर सभी आगरा में एकत्रित हुए थे। वहां शराब के सेवन के दौरान भग्गा ने उसकी भाभी सुशीला को लेकर अपशब्द कहे थे। इसी बात को लेकर मारपीट हो गई थी। वहीं पर सुशीला ने भी भग्गा से अभद्रता कर दी थी तथा साथ रहने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद वह वहां से चला गया था। बाद में पता चला कि उसने आत्महत्या कर ली है। वे लोग शव लेकर हाथरस आ रहे थे, लेकिन सादाबाद बरौस टोल के पास पुलिस जीप देख वे घबरा गए तथा जाऊ बंबा के पास शव फेंक कर भाग गए थे। एसएचओ मनोज शर्मा ने बताया कि महिला की मारपीट के कारण भग्गा ने आत्महत्या की थी, जब कि वह अपना सारा खेत व प्लॉट उसके नाम कर चुका था।