40 बीघा जमीन को लेकर 40 साल से चल रहा विवाद
चंदपा के बिसाना गांव में आरएसएस कार्यकर्ता राजकुमार की मौत के बाद सामने आई 40 साल पुरानी रंजिश।
जागरण संवाददाता, हाथरस : चंदपा थाना क्षेत्र के गांव बिसाना में दो परिवारों में सोमवार की रात दरवाजे पर टायलेट करने को लेकर पैदा हुए विवाद की आग 40 साल से सुलग रही है। वह भी 40 बीघा जमीन को लेकर। दोनों परिवारों में तीन पीढि़यों से मुकदमेबाजी चल रही है। सोमवार रात दरवाजे पर पेशाब करने को लेकर फसाद हुआ और आरएसएस कार्यकर्ता राजकुमार की जान चली गई। मौत पुलिस अभिरक्षा में हुई, जिसके चलते हाथरस से लखनऊ तक खलबली मची और डीआइजी को यहां आकर मोर्चा संभालना पड़ा।
बिसाना में सोमवार रात को हुआ विवाद भले ही दोनों पक्षों में दरवाजे पर टायलेट करना बताया जा रहा है, मगर रंजिश की मूल वजह टायलेट नहीं, बल्कि 40 बीघा जमीन को लेकर 40 साल से चली आ रही रंजिश है। आरआरएस कार्यकर्ता के बाबा के जमाने से ही दोनों परिवारों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। छह महीने पहले भी दोनों पक्षों पर मारपीट की घटना के बाद पुलिस ने शांतिभंग की कार्रवाई की थी।
गांव के लोग बताते हैं एक पक्ष के राजकुमार चौहान उर्फ राजू और दूसरा पक्ष राजू राघव हैं। राजू चौहान के बाबा की इसी गांव में ससुराल थी। राजू के बाबा के ससुर को कोई बेटा नहीं था, इसलिए वे यहां आकर रहने लगे थे। यहां उनको 40 बीघा जमीन मिली थी। इस पर दूसरे परिवार के राजू राघव पक्ष का विवाद चल रहा है। गांव वालों का कहना है कि गांव की जमीन को लेकर कई बार इनमें विवाद हुए। छह महीने पहले ही राजू चौहान और राजू राघव के बीच मारपीट हो गई थी। तब चंदपा पुलिस ने दोनों के खिलाफ शांतिभंग में कार्रवाई की थी। तब दोनों के बीच बिसाना हाईवे पर मारपीट की घटना हुई थी। गांव वाले बताते हैं कि दोनों के मकान गांव की एक तंग गली में आसपास सटे हुए हैं। इसके कारण आएदिन झगड़ा होता रहता है। रात में भी दोनों पक्ष मामूली बात पर आमने-सामने आ गए थे। गांव प्रधान संजय सिंह भी बताते हैं कि जमीन को लेकर इनके बीच पुराना विवाद चल रहा है। कोर्ट से लेकर थाने तक में मुकदमे चल रहे हैं।
आरएसएस कार्यकर्ता की मौत के बाद गांव में तनाव, फोर्स तैनात
पुलिस हिरासत में आरएसएस कार्यकर्ता की मौत के बाद पूरे बिसाना गांव में तनाव का आलम है। तनाव को देखते हुए डीआइजी, डीएम और एसपी ने गांव में भ्रमण किया। तनाव को देखते हुए फोर्स गांव की गलियों में तैनात कर दिया है। गांव में पुलिस गश्त कर रही है। आसपास के थानों का फोर्स भी बुला लिया गया है। प्रशासन की ओर से दो एडीएम और एसडीएम की ड्यूटी लगा दी गई है।
पुलिस हिरासत में मौत की सूचना के बाद डीएम रमेश रंजन और एसपी विकास कुमार वैद्य फौरन थाना चंदपा पहुंचे और यहां से सीधे गांव पहुंच गए जहां उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली। घटना के बाद सादाबाद, मुरसान और चंदपा की पुलिस फोर्स के अलावा पीएसी को भी तैनात कर दिया गया है। फोर्स गांव में लगातार गश्त कर रही है। आरोपितों के मकान के अलावा मृतक के मकान के बाहर पुलिस तैनात है। एडीएम के साथ सीओ भी मुस्तैद
घटना के बाद डीएम के निर्देश पर एडीएम वित्त एवं राजस्व बसंत अग्रवाल और एडीएम न्यायिक मोहम्मद मोइन के अलावा एसडीएम सदर शिवहरे भी गांव पहुंचे और गांव के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। दोनों पक्ष क्षत्रिय समाज से हैं। एक पक्ष राघव तो दूसरा चौहान है। गांव छोड़कर भागे आरोपित
बिसाना में दो पक्षों में फायरिग और पथराव की घटना के बाद सुबह जब पुलिस हिरासत में आरएसएस कार्यकर्ता की मौत हो गई तो दूसरे पक्ष के पुरुष घर से भाग गए। उनको सूचना मिल चुकी थी कि उनके कई परिवारों के खिलाफ गंभीर धाराओं में पुलिस मुकदमा दर्ज कर चुकी है। घटना के बाद घर में मातम
घटना के बाद राजकुमार के घर पर मातम पसर गया। मौत की खबर के बाद स्वजन पोस्टमार्टम हाउस की तरफ दौड़ पड़े। शव का पोस्टमार्टम कराया गया। यहां डीएम रमेश रंजन और एसपी विकास कुमार वैद्य आ गए। आरएसएस के पदाधिकारी पहले थाने पहुंचे और फिर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। अधिकारियों से आरएसएस कार्यकर्ता के शव का समय से पोस्टमार्टम कराने का अनुरोध किया। पोस्टमार्टम तीन डाक्टरों की टीम ने किया और उसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई।