जीटी रोड का जर्जर हाल, धुंध से राहगीर परेशान
सिकंदराराऊ में जीटी रोड पर प्रतिदिन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे वाहन बाइपास बनने से नगर में उपेक्षित होकर रह गया है जीटी रोड।
संवाद सूत्र, हाथरस : देश के सबसे लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग की सिकंदराराऊ में हालत बेहद खस्ता हो गई है। जीटी रोड में गहरे-गहरे गड्ढे के चलते वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। वहीं लोग भारी वाहनों की चपेट में आकर असमय मौत का शिकार बन रहे हैं। एनएचएआई की लापरवाही का नतीजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली-कानपुर- कोलकाता पर निर्माण कार्य चल रहा है। इसीलिए इसे जगह-जगह तोड़कर डाल दिया गया है। इस जर्जर मार्ग से गुजरते समय वाहन कब और कहां दुर्घटनाग्रस्त हो जाए, पता नहीं चलता। बाईपास मार्ग बनने से उपेक्षित है जीटी रोड
जीटी रोड को फोर लेन के कार्य के चलते रतनपुर से एटा रोड मंडी समिति के पास तक बाईपास मार्ग बनाया गया है। इसके बनने के बाद शहर से गुजर रहे मार्ग की अनदेखी की जा रही है। इनका कहना है-
रात के समय वाहन चालकों को इन सड़क में बने गड्ढों का आभास तक नहीं होता। इसी से गड्ढों में गिरकर वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
- राम किशन यादव, जीटी रोड की मरम्मत के नाम पर मिट्टी और गिट्टी डालकर गड्ढों को भर दिया जाता है। इससे उड़ने वाली धूल लोगों को परेशान कर रही है।
- बबलू सिसोदिया शहर में सड़क बनवाने की ओर संबंधित विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इस सड़क के और जर्जर होने से लोगों को दिक्कत हो रही है।
- आलोक सोनी लंबे समय से जीटी रोड में हो रहे गड्ढों से उड़ने वाली धूल से प्रदूषण बढ़ रहा है। वहीं इससे कई तरह की बीमारियां लोगों में बढ़ रही हैं।
- अंशुल शर्मा सिस्टम की सुनो
मार्च 2022 में जीटी रोड के फोरलेन का प्रोजेक्ट पूरा होगा। उस समय रतनपुर से लेकर मंडी समिति तक नगर की सीमा के अंदर की सड़क को एनएचएआई बनाकर पीडब्ल्यूडी के सिपुर्द कर देगी। इस समय गड्ढे भरवा दिए गए हैं।
पीपी सिंह डायरेक्टर, एनएचएआई अलीगढ़