पेपर नहीं दे पाए तो अफसरों को घेरा, हंगामा
कड़े इंतजामों के बीच 14 केंद्रों पर कुल 11277 अभ्यर्थियों में से 9845 ने दी परीक्षा 1432 अनुपस्थित रहे।
जासं, हाथरस : रविवार को जनपद के 14 परीक्षा केंद्रों पर उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) हुई। परीक्षा में निर्धारित समय पर न पहुंचने पर कई केंद्रों पर अभ्यर्थी पेपर नहीं दे पाए। इसके बाद अफसरों पर आक्रोश जाहिर किया और हंगामा काटा। देरी से आए एक अभ्यर्थी ने बागला कालेज का बंद गेट फांदकर परीक्षा दी, लेकिन अन्य अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित रह गए। इस दौरान कई अभ्यर्थी मनुहार करते रहे लेकिन नियमों में बंधे अफसरों का दिल नहीं पसीजा। परीक्षा से वंचित एक अभ्यर्थी बेहोश भी हो गई। टीईटी में कुल 11277 अभ्यर्थी थे जिनमें से 9845 ने परीक्षा दी। 87.33 फीसद अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। पहली पाली में 7071 में 6160 उपस्थित रहे जबकि 911 अनुपस्थित रहे। वहीं दूसरी पाली में 4206 में से 3685 उपस्थित रहे और 521 अनुपस्थित रहे।
शहर के बागला इंटर कालेज में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। यहां पर कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे जो कि निर्धारित समय पर नहीं पहुंचने के कारण परीक्षा से वंचित रह गए। अभ्यर्थी गेट पर जमा हो गए और गेट खुलवाने के लिए दवाब बनाने लगे। वहां मौजूद स्टाफ ने अधिकारियों को सूचना दे दी है। एडीएम डा. बसंत अग्रवाल के नेतृत्व में अधिकारी पहुंचे। उन्होंने अभ्यर्थियों को समझाया लेकिन वे नहीं माने। यहां पहुंचे एक एसडीएम की गाड़ी के पास अभ्यर्थी खड़े हो गए। इस बीच एक अभ्यर्थी गेट पर चढ़ गया। बाद में कुछ अभ्यर्थियों को गेट के अंदर प्रवेश करा दिया। फिर भी कुछ अभ्यर्थी बाहर रह गए। महिला अभ्यर्थी रोने लगी। लाला का नगला स्थित महात्मा गांधी इंटर कालेज पर देर से पहुंचे अभ्यर्थियों ने एक अधिकारी को घेर लिया। उन्होंने परीक्षा दिलाने के लिए दबाव बनाया। वहां मौजूद एक अधिकारी ने पुलिस को बुलाकर अभ्यर्थियों को अलग किया। यहां भी कुछ अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। अन्य परीक्षा केंद्र पर भी समय पर न पहुंचने के कारण अभ्यर्थियों के वंचित होने की जानकारी मिली है।
दो चरणों में हुई परीक्षा के लिए शहर में 13 और सासनी में एक परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसमें 11 हजार 277 अभ्यर्थियों को भाग लेना था। समय पर परीक्षा में भाग लेने के लिए आधा घंटा पहले अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। कोरोना की गाइड लाइन के पालन करने के लिए बिना मास्क किसी अभ्यर्थी को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। शांतिपूर्वक परीक्षा कराने के लिए हर सेंटर पर एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट व अतिरिक्त फोर्स लगाया गया था। प्रथम पाली सुबह 10 बजे से 12:30 बजे तक तथा द्वितीय पाली में 2:30 बजे से पांच बजे तक समय रखा गया था। ये बनाए गए थे परीक्षा केंद्र
राजकीय बालिका इंटर कालेज में प्राथमिक वर्ग के 300 व उच्च प्राथमिक के 300, पीबीएएस इंटर कालेज में प्राथमिक वर्ग 300 व उच्च प्राथमिक के 600, सरस्वती इंटर कालेज में 500-500, डीआरबी इंटर कालेज में 500-256, बीएलएस इंटर नेशनल स्कूल में 650-650, सेंट फ्रांसिस इंटर कालेज में 650-650, राजेंद्र लोहिया विद्या मंदिर में 600-600, आरपीएम पब्लिक स्कूल में 650-650 अभ्यर्थी दोनों पालियों में परीक्षा दे रहे हैं। वहीं अक्र्रूर इंटर कालेज में प्राथमिक वर्ग के 400, महात्मा गांधी इंटर कालेज में 450, रामचंद्र कन्या इंटर कालेज में 400, सेठ हरचरन दास कन्या इंटर कालेज में 400, सीएएलआर एन इंटर कालेज में 500 के अलावा केएल जैन इंटर कालेज सासनी में प्राथमिक वर्ग के 471 अभ्यर्थी एक ही पाली में परीक्षा देनी थी। यह की गई व्यवस्था
परीक्षा केंद्र पर परिसर को सैनिटाइज करने के साथ कोविड हेल्पडेस्क भी स्थापित की गई। केंद्र पर मोबाइल, घड़ी, एटीएम कार्ड, किसी भी तरह की डिवाइस (विद्युत उपकरण) उपकरण साथ ले जाने की अनुमति नहीं थी। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे के साथ साथ ही वीडियोग्राफी कराई गई।