Move to Jagran APP

विद्यालय गया किशोर लापता, अपहरण की रिपोर्ट लिखाई

बागला इंटर कॉलेज का छात्र है लापता किशोर अपनी साइकिल दोस्त के पास छोड़ गया है

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 07:01 AM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 07:01 AM (IST)
विद्यालय गया किशोर लापता, अपहरण की रिपोर्ट लिखाई
विद्यालय गया किशोर लापता, अपहरण की रिपोर्ट लिखाई

जागरण संवाददाता, हाथरस : बागला इंटर कॉलेज का हाईस्कूल का छात्र दो दिन से लापता है। किशोर सोमवार को स्कूल जाने की कहकर घर से निकला था, लेकिन घर नहीं लौटा। वह अपनी साइकिल दोस्त के पास छोड़ गया था। परिजनों ने अपहरण व अनहोनी की आशंका जाहिर की है। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

loksabha election banner

चंदपा के गांव पैकवाड़ा निवासी मुकेश का बेटा अभिषेक (16) सोमवार की सुबह रोजाना की तरह साइकिल से स्कूल के लिए निकला था। बताते हैं कि वह स्कूल भी पहुंचा, लेकिन छुट्टी के बाद घर नहीं लौटा। शाम तक अभिषेक के न लौटने पर परिजनों को ¨चता हुई। पिता फैक्ट्री से काम खत्म घर लौटे तो उन्हें अभिषेक के लापता होने की जानकारी मिली। किशोर को काफी तलाशा गया। मंगलवार को परिजन बागला इंटर कॉलेज भी पहुंचे तथा इसके रास्ते में भी लोगों को फोटो दिखाते घूमे। गांव के ही दो युवकों ने बताया कि अभिषेक जलेसर अड्डा पर उन्हें मिला था। वहां उसने साइकिल देते हुए कहा था कि वह पिता की फैक्ट्री पर जा रहा है। थोड़ी देर बाद साइकिल ले जाएगा। मुकेश चक्की बाजार स्थित गार्मेंट्स फैक्ट्री पर काम करते हैं। मुकेश के मुताबिक अभिषेक फैक्ट्री पर नहीं आया। इस मामले की शिकायत परिजनों ने कोतवाली हाथरस गेट में की है। किशोर को आखिरी बार जलेसर अड्डा पर देखा गया था, लेकिन तहरीर मिलने तथा स्कूल कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र में होने के कारण हाथरस गेट में ही मामला दर्ज हुआ है।

तीन महीने से लापता

किशोर हुआ बरामद

हाथरस : तीन महीने से लापता किशोर सोमवार खुद ही घर पहुंच गया। नरोत्तमदास गौतम के अनुसार 11 जुलाई को उनका बेटा राजा गौतम (16) बिना बताए घर से चला गया था। उन्होंने कोतवाली हाथरस गेट में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। काफी तलाश की। जगह-जगह पोस्टर छपवाए, लेकिन कुछ पता नहीं चला। सोमवार को अचानक किशोर घर पहुंच गया। मंगलवार को परिजन उसे लेकर कोतवाली हाथरस गेट आए तथा पुलिस को सूचना दी। राजा ने पुलिस को बताया कि इगलास रोड स्थित एक कॉलोनी में एक साधु ने उसे कुछ सुंघा दिया था। जब आंख खुली तो वह जम्मू-कश्मीर में था। तब से वह भटक रहा था। चार दिन पहले एक फौजी की मदद से वह दिल्ली पहुंचा और फिर से ट्रेन में बैठकर हाथरस आ गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.