शिक्षक बने बीएलओ, शिक्षामित्र के सहारे है मॉडल प्राइमरी स्कूल
पोरा के मॉडल प्राइमरी स्कूल में 220 बचे पंजीकृत शिक्षक न होने से बचों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
संसू, हाथरस : गांव पोरा के मॉडल प्राइमरी स्कूल में 220 बच्चे पंजीकृत हैं, मगर उन्हें पढ़ाने के लिए मात्र एक शिक्षक और एक शिक्षामित्र की तैनाती है। विडंबना यह कि शिक्षक को बीएलओ बना दिया गया है, जिसके चलते महर इकलौते शिक्षामित्र के भरोसे बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है।
इस विद्यालय में शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की माग ग्रामीणों ने 28 जुलाई को मंडलायुक्त अजयदीप सिंह से चौपाल में की थी। तब उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को शीघ्र ही इस समस्या का समाधान करने के आदेश दिए थे मगर चार माह बाद भी मंडलायुक्त के आदेश का अनुपालन नहीं हुआ। इसको लेकर ग्रामीणों में रोष है।
गांव के अरुण शर्मा कहना है कि सिस्टम में खामी और भ्रष्टाचार के चलते सरकार की योजनाओं का ठीक से क्त्रियान्वयन नहीं हो रहा है। इस मॉडल स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सोनू चौहान ने कहा कि शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण 220 बच्चों का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है।
ग्राम प्रधान देवेंद्र कुमार कुशवाह ने कहा है कि मंडलायुक्त के समक्ष स्कूल में शिक्षकों की कमी की समस्या रखी गई थी, किंतु अधिकारियों ने समाधान की जरूरत नहीं समझी। इसको लेकर वे शीघ्र ही मंडलायुक्त से मुलाकात कर शिकायत करेंगे। इस बारे में एबीएसए अखिलेश कुमार ने बताया कि स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति अथवा समायोजन बीएसए के स्तर से ही होता है।