देहात में रंजोगम के साथ ताजिये सुपुर्द-ए-खाक
सादाबाद, सासनी, सहपऊ, कचौरा, मुरसान में निकला ताजियों का जुलूस हुसैन की याद में मनाया गया मातम, करतब दिखाकर किया लहूलुहान
संवाद सहयोगी, हाथरस : हजरत इमाम हुसैन की याद में मुहर्रम की दस तारीख को देहात में ताजियों व अलम के जुलूस में रंजोगम के साथ ताजिये सुपुर्द-ए-खाक किए गए।
सादाबाद : कस्बे में जगह जगह अलम व ताजियों के जुलूस में या अली, या हुसैन की सदायें बुलंद हुईं। जुलूस में शामिल लोग छुरियों के मातम से रक्त बहाते हुए आगे बढ़ रहे थे। बैंड व ढोल नगाड़ों की थाप पर मातम के साथ तरह-तरह से करतब दिखाए जा रहे थे। देर शाम ताजियों को करबला में सुपुर्द ए खाक किया गया। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पीएसी, कोतवाल शशि प्रकाश शर्मा, कस्बा इंचार्ज सतीशचंद्र यादव सहित भारी पुलिस बल मौजूद था। कोठीगंज के कार्यक्रम में चेयरमैन रविकांत अग्रवाल ने अलमगारों को पुरस्कार बांटे। मुहर्रम इंतजामिया कमेटी ने जवाहर बाजार में सपा नेता जैनुद्दीन चौधरी का साफा बांधकर स्वागत किया। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष चौ. भाजुद्दीन ने भी अलमगारों को इनाम बांटे। कुरसंडा में भी ताजियों का जुलूस निकाला।
सासनी : मातमी जुलूस में शामिल दर्शन भर से अधिक ताजिये कस्बे के प्रमुख बाजारों से होकर निकाले गए। ताजिया जुलूस बस स्टैण्ड, अलीगढ़ रोड से होता हुआ करबला पहुंचा, जहां सुपुर्द-ए-खाक किए गए। शांति व्यवस्था में एसडीएम नीतीश कुमार, कोतवाल शैलेंद्र ¨सह दलबल सहित मौजूद रहे।
कचौरा : यहां ताजिया जुलूस ने कौमी एकता की मिसाल कायम की। जुलूस अगसौली रोड से शुरू होकर बड़ा बाजार, कृष्णनगर कालोनी, किला गेट से होते हुए कर्बला में सुपुर्द ए खाक किए गए।
सहपऊ : साबिर खां अखाड़ा, रसीद खान अखाड़ा, फिरोज खां अखाड़ा ने ताजिया जुलूस में मुख्य भूमिका निभाई। मुहल्ला कुरैशियान से ताजियों का जुलूस उठा जो मेन बाजार, सर्राफा बाजार, स्टेट बैंक चौराहा, शकियान, तकिया, ओझियाना, बनियाना व पुराना थाना होते हुए करबला पर जाकर दफन किए गए। व्यवस्था में कोतवाल जगदीश चंद मय फोर्स के साथ थे।