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बैंक-बिजली दफ्तरों में हड़ताल, 50 करोड़़ का कारोबार प्रभावित

जागरण संवाददाता, हाथरस : विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को बैंक कर्मचारियों ने शाखाओं पर ताले लगाकर औ

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 12:33 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 12:33 AM (IST)
बैंक-बिजली दफ्तरों में हड़ताल, 50 करोड़़ का कारोबार प्रभावित
बैंक-बिजली दफ्तरों में हड़ताल, 50 करोड़़ का कारोबार प्रभावित

जागरण संवाददाता, हाथरस : विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को बैंक कर्मचारियों ने शाखाओं पर ताले लगाकर और बिजली कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन किया। कुछ कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर रोष का इजहार किया। हड़ताल के कारण बैंकों में करीब 50 करोड़ रुपये के कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है।

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अधीक्षण अभियंता दफ्तर पर धरना

बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उप्र के आह्वान पर सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान हुई सभा की अध्यक्षता अधिशासी अभियंता राजकुमार ने और संचालन राजाबाबू सारस्वत ने किया। अभियंता संघ के सुभाष चंद्र ने कहा कि हमें एकजुट होकर निजीकरण का विरोध करना होगा। दक्षिणांचल कमेटी के उपाध्यक्ष ओपी सिंह ने निजीकरण की सोच को गलत बताया। जीसी भास्कर, जितेंद्र यादव, विवेक भारती, पुष्पेंद्र सिंह, योगेश चौहान, राजकुमार, टीपी सिंह, रामनिवास शर्मा, विनोद तोमर, ललित सिंह, रितु कुमार कर्मचारी मौजूद थे। बिजली कर्मियों की प्रमुख मांगें :

बिजली कर्मचारी अधिनियम बनाया जाए, संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए, बिजली निगमों का एकीकरण कर केरल एवं हिमाचल प्रदेश की तरह विद्युत परिषद का पुनर्गठन किया जाए, ग्रेटर नोएडा का निजीकरण रद किया जाए, उत्पादन केंद्रों का उच्चीकरण किया जाए। काली पट्टी बांध किया प्रदर्शन

विद्युत कर्मचारी मोर्चा के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर ओढ़पुरा बिजली कार्यालय पर कर्मचारियों ने भोजन अवकाश में सभा की, जिसकी अध्यक्षता बिजेंद्र सिंह राणा और संचालन अतुल रावत ने किया। कर्मचारियों ने बाहों में काली पट्टी बांधकर जायज मांगों को लेकर नारेबाजी की। इस दौरान सतेंद्र पाल सिंह, हिमांशु शर्मा, उपेंद्र तिवारी, ओमवीर सिंह, सुभाष शर्मा, राकेश शर्मा, अर्पित अग्रवाल और मोहित चौधरी आदि थे। बैंक शाखाओं व डाक

घरों पर लटके ताले

हड़ताल का सबसे ज्यादा असर बैंकों पर रहा। स्टेट बैंक शाखाएं और आर्यावर्त ग्रामीण बैंक को छोड़कर बाकी बैंक शाखाएं बंद रहीं। इसके कारण करीब 50 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस दौरान इलाहाबाद बैंक शाखा के बाहर कर्मचारियों ने कई घंटे तक धरना प्रदर्शन किया और मांगें पूरी करने को लेकर कर्मचारी नेताओं ने आवाजें बुलंद कीं। शहर के मुख्य डाकघर सहित सभी डाकघरों पर भी ताले डले रहे। मुख्य डाकघर पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। ये संगठन रहे हड़ताल में शामिल

इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस, एआइटीयूसी, एचएमएस, सीआइटीयू, एआइयूटीयूसी, एलपीएफ, यूटीयूसी, एमईसी, अभियंता संघ, जूनियर इंजीनियर संघ, उप्र बिजली कर्मचारी संघ, बीएमएस कार्यालय संघ, हाइड्रो इलेक्ट्रिक एम्पलाइज यूनियन, डाक विभाग आदि। प्रभावित रहा बिजली कार्य

पूरे जिले में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से कामकाज प्रभावित रहा। कार्य बहिष्कार कर अवर अभियंताओं समेत सभी कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए, इसलिए न तो बिजली के वसूली काउंटर खुले और न ब्रेक डाउन ही सही हो पाए। इसके अलावा टीमें भी वसूली अभियान के लिए नहीं निकलीं। गनीमत रही कि कोई बड़ा फाल्ट नहीं हुआ, वरना दिक्कत ज्यादा होती।


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