दंगा भड़काने के बयान पर एसटीएफ ने कांग्रेस नेता श्यौराज जीवन से की पूछताछ
युवती के घर दिए बयान व टीवी चैनल से की बातचीत की भी कर रही जांच एक सप्ताह में दो बार कर चुकी है पूछताछ वीडियो की सत्यता भी परखेगी।
अलीगढ़ : हाथरस के बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर बयान देकर फंसे कांग्रेस नेता श्यौराज जीवन से एसटीएफ ने पूछताछ शुरू कर दी है। एक सप्ताह में एसटीएफ उनसे दो बार पूछताछ कर चुकी है। जांच एजेंसी कांग्रेस नेता के उस भड़काऊ बयान की भी जांच कर रही है, जो उन्होंने टीवी चैनल को दिया था।
भड़काऊ बयान देने पर श्यौराज जीवन के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं। एक मुकदमा हाथरस के चंदपा थाने में पुलिस ने दर्ज किया था। जिसमें उयुवती के घर भड़काऊ बयान देने का आरोप है। दूसरा मुकदमा अलीगढ़ के गांधीपार्क थाने में दर्ज है। इसमें दंगा भड़काने का बयान देने का आरोप है। एसटीएफ ने कांग्रेस नेता से सबसे पहले छह दिन पहले अचलताल स्थित वाल्मीकि मंदिर में डेढ़ से दो घंटे पूछताछ की। टीम ने उनसे युवती के घर जाकर बयान देने के बारे में बात की। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इस बयान पर श्यौराज जीवन ने टीम को बताया कि समाज का सदियों से शोषण हो रहा है। अत्याचार हो रहा है। जब मैं गांव पहुंचा तो मां-बेटी रो रही थीं। उस भावुकता में कोई बात कह दी हो तो कोई अपराध नहीं किया। किसी जाति विशेष का नाम भी नहीं लिया। मैंने तो दरिंदों की बात की, जो बहन-बेटियों को गंदी नजर से देखते हैं। उनके लिए अगर आंख फोड़ने की बात की है तो कौन सा अपराध कर दिया। अगर कोई ये कहता है कि श्यौराज जीवन ने पाप किया है तो ये पाप वे हजार बार करेंगे। उन्हें इसकी चिता नहीं और जेल जाने को तैयार हैं। उन्होंने हर जाति धर्म की मदद की है। दस साल हाथरस में जिलाध्यक्ष रहा। एमपी का चुनाव भी लड़ा। श्यौराज जीवन ने बताया कि एसटीएफ ने दूसरी बार सोमवार को अचलताल पुलिस चौकी पर बुलाकर पूछताछ की। दंगा भड़काने वाले बयान पर भी एसटीएफ को मैंने साक्ष्य दे दिए हैं। एडीजी अजय आनंद को जो मैसेज किए थे, उस बारे में टीम को बता दिया है। टीम का ये भी कहना था कि न्यू चैनल के रिपोर्टर से भी बात की जाएगी। मूल वीडियो लिया जाएगा, ताकि पता चल सके कि वीडियो से छेड़छाड़ तो नहीं की है।