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एसपी ने देर रात परखी मृतका के घर की सुरक्षा

जासं हाथरस शनिवार की देर रात एसपी विनीत जायसवाल सादा वर्दी में मृतका के घर बूलगढ़ी पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 12:53 AM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 05:07 AM (IST)
एसपी ने देर रात परखी मृतका के घर की सुरक्षा
एसपी ने देर रात परखी मृतका के घर की सुरक्षा

जासं, हाथरस : शनिवार की देर रात एसपी विनीत जायसवाल सादा वर्दी में मृतका के घर बूलगढ़ी पहुंचे। उन्होंने वहां उस रजिस्टर को भी चेक किया कि जिसमें वहां आने वालों की एंट्री होती है। घर के आसपास लगी सुरक्षा के साथ अंदर की व्यवस्था का जायजा भी लिया। सीसीटीवी कैमरों के बारे में भी जानकारी की। रविवार को एक इंसपेक्टर ने भी सुरक्षा कर्मियों का मिलान रिकॉर्ड के अनुसार किया।

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बड़े भाई का सुरक्षाकर्मी बदला

मृतका के पिता और माता के अलावा बड़े और छोटे भाई की सुरक्षा में कर्मी लगे हैं। रविवार को एक सुरक्षा कर्मी के स्थान पर दूसरा लगाया गया। पूर्व में लगे सुरक्षाकर्मी को किसी काम से बाहर जाना था, इसलिए ऐसा किया गया है। दूसरों की मदद से फसल कटवा सकता है प्रशासन

जासं, हाथरस : बूलगढ़ी प्रकरण में जांच प्रक्रिया के चलते अभी तक मृतका के स्वजन की फसल नहीं कट पाई है। घटनास्थल होने के कारण जांच एजेंसी एसआइटी के अलावा सीबीआइ की टीम कई बार पड़ताल कर चुकी है। शनिवार रात निरीक्षण को गए एसपी के सामने स्वजन ने अपनी बात रखी।

एसपी ने कहा कि इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर दूसरे लोगों की मदद से फसल कटवा सकते हैं। खेत में पांच बीघा बाजरा की फसल खड़ी है। छोटू बोला, 'मेरी फसल भी

हो रही बर्बाद, मुआवजा दो'

बूलगढ़ी प्रकरण में चश्मदीद गवाह के रूप में चर्चा में आए विक्रम उर्फ छोटू ने पूछताछ के दौरान अधिकारियों से कहा कि उसकी बाजरा की फसल बर्बाद हो रही है। नुकसान की भरपाई के लिए उसे मुआवजा दिलवाया जाए।

दूसरों के घरों में छिपते रहे छोटू और अनिल

रविवार को पूछताछ के बाद छोटू और अनिल को छोड़ने गांव में एक सूमो आई थी। वे गाड़ी से उतरने के बाद अपने घर नहीं गए। मीडियाकर्मी उनसे बातचीत करना चाहते थे। इसलिए दोनों दूसरों के घरों में जाकर छिप गए। उन्हें स्वजन भी ढूंढ़ते रहे।

डीएम को करें बर्खास्त, परिवार की सुरक्षा के लिए चौकी स्थापित हो

जासं, हाथरस : अखिल भारतीय वाल्मीकि समाज विकास परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीके चौहान के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मृतका के स्वजन से मिला। हरियाणा से आए इस प्रतिनिधिमंडल ने स्वजनों से मिलने के बाद आरोपितों को फांसी देने के साथ ही डीएम को बर्खास्त करने की मांग की। कहा कि जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज से कराई जाए। हरियाणा प्रदेश उपाध्यक्ष चंदेलिया, प्रदेश महासचिव बिजेंद्र चौहान, जिला प्रधान पलवल बनवारीलाल आदि मौजूद थे। मृतका के स्वजन ने कहा, नहीं मिली नौकरी और मकान

जासं, हाथरस : बूलगढ़ी प्रकरण में प्रदेश सरकार की मदद की घोषणा के बाद मृतका के परिवार को नौकरी और मकान नहीं मिला है। परिजनों की मानें तो प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई संपर्क नहीं किया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 लाख रुपये के अलावा मकान और नौकरी देने का आश्वासन दिया था। उस समय स्वजन को दो चरणों में 10 लाख रुपये दिए थे। 15 लाख रुपये की मदद और दी जानी थी। केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने एडीएम वित्त जेपी सिंह को बुलाकर उनसे सरकार की ओर से दी जाने वाली मदद के बारे में जानकारी ली थी। उन्होंने तत्काल मदद दिलाने की बात कही थी। उन्होंने मृतका के एक भाई को योग्यता के अनुसार नौकरी की प्रक्रिया पूरी करने को कहा था। इसके लिए स्वजन से एक आवेदन पत्र भी देने को कहा था। इस संबंध में मृतका के स्वजन ने बताया कि नौकरी और मकान के लिए अभी कोई संपर्क नहीं किया गया है। खाते में आने वाली राशि मिली या नहीं अभी खाता चेक नहीं किया है। तमाम नेता यहां आए और बड़े-बड़े आश्वासन दे गए, मगर जाने के बाद किसी ने फोन तक नहीं किया।


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