सोमवती अमावस्या आज, दान से आएगी खुशहाली
रविवार शाम से गंगाघाटों की ओर रवाना हुए श्रद्धालु कल से शुरू हो जाएगा वासंतिक नवरात्र का पर्व।
संस, हाथरस : सोमवती अमावस्या का पर्व सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा-पाठ करने से परिवार में खुशहाली आती है। इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। गंगा स्नान के लिए श्रद्धालु रविवार की शाम से ही गंगाघाटों की ओर रवाना हो गए थे।
हिदू धर्म में पर्वों का विशेष महत्व है। इनमें सोमवती अमावस्या भी शामिल है। इस दिन गंगा स्नान के साथ दान व व्रत रखने से कई यज्ञों के फल की प्राप्ति होती है। इस साल दो बार सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी। इसमें पहला पर्व का संयोग सोमवार को बन रहा है। आखिरी सोमवती अमावस्या 6 सितंबर को मनाई जाएगी। हर साल यह अमावस्या दो या तीन बार संयोग के अनुसार मनाई जाती है। ज्योतिषाचार्य लक्ष्मणदत्त गोस्वामी ने बताया इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी दुखों से मुक्ति मिलने के साथ पितर भी संतुष्ट हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए सच्चे मन से घर पर ही गंगाजल पानी में मिलाकर स्नान करने से भी गंगा स्नान का पुण्य मिल जाता है। कल से वासंतिक नवरात्र
वासंतिक नवरात्र का पर्व 13 अप्रैल से शुरू हो जाएगा, जो 21 अप्रैल तक चलेगा। इसमें मां जगदंबा के विभिन्न रूपों की पूजा-अर्चना की जाएगी। घरों में व्रत भी श्रद्धालु रखेंगे। नौ दिन तक दुर्गा मंदिरों में पूजा-अर्चना का दौर चलेगा। इसके लिए मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। न्याय प्रिय व महादानी थे अक्रूर महाराज
संवाद सहयोगी, हाथरस : अखिल भारतीय वाष्र्णेय वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष योगेश वाष्र्णेय सहपऊ वाले व उनकी युवा टीम के सदस्यों ने अक्रूर जयंती महोत्सव के अवसर पर मंदिर श्री गोविद भगवान में अक्रूर जी की प्रतिमा पर दुपट्टा पहनाकर व माल्यार्पण कर आरती की।
इस दौरान संगठन के जिलाध्यक्ष ने कहा कि अक्रूर जी न्यायप्रिय और महादानी थे। अपने शील स्वभाव व गुणों के कारण राजदरबार और प्रजा में हर जगह सम्मानित थे। अक्रूर धाम वाष्र्णेय कुलभूषण श्री अक्रूर महाराज के नाम से मथुरा वृंदावन के मध्य तीर्थ स्थल भी मौजूद हैं। इसमें संजीव वाष्र्णेय, प्रभात वाष्र्णेय, कृष्णा वाष्र्णेय, करण वाष्र्णेय, हर्ष वाष्र्णेय मौजूद रहे। सम्मानित किए गए मेधावी
संसू, सिकंदराराऊ: श्री वाष्र्णेय वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में मोहल्ला बगिया बारहसैनी में अक्रूर महाराज की जयंती धूमधाम से मनाई गई। अक्रूर पार्क स्थित अक्रूर महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद समाज के वयोवृद्ध लोगों के साथ मेधावी छात्र- छात्राओं को सम्मानित किया गया। इसमें अनिल वाष्र्णेय, विपिन वाष्र्णेय, शिरोमणि वाष्र्णेय, अजय चौधरी, प्रवीन वाष्र्णेय डौबी भाई, गिरीश मोहन गुप्ता, नीरज वैश्य, सतीश चंद्र, मुकुल गुप्ता, डा.सच्चिदानंद, गणेश वाष्र्णेय उपस्थित रहे।