गांव में सन्नाटा, स्वजन खामोश
जिले के गांव बूलगढ़ी में शुक्रवार को फिर सन्नाटा पसर गया। ठीक ढाई महीने पहले जैसा। तब युवती की मौत के बाद हंगामा हुआ था लेकिन अब इस कांड की चार्जशीट दाखिल होने के बाद माहौल बदला है।
जासं, हाथरस : जिले के गांव बूलगढ़ी में शुक्रवार को फिर सन्नाटा पसर गया। ठीक ढाई महीने पहले जैसा। तब युवती की मौत के बाद हंगामा हुआ था, लेकिन अब इस कांड की चार्जशीट दाखिल होने के बाद माहौल बदला है। चारों आरोपितों के स्वजन कुछ कहने को तैयार नहीं है।
आगरा रोड स्थित इस गांव का माहौल 29 सितंबर को युवती की मौत के बाद से बदल गया था। लगभग एक महीने से सियासी अखाड़ा बना रहा। हालात यह हो गए थे कि दो दिन तक गांव के अंदर किसी को नहीं जाने दिया गया। चारों ओर पुलिस तैनात रही। पीड़ित पक्ष शुरू से ही आरोपों को सही बता रहा था, जबकि चारों आरोपितों के स्वजन साजिश बता रहे थे। इनमें से संदीप, रामू व रवि तो एक ही परिवार के हैं, जिनके मकान पर दोपहर बाद कोई नहीं था। चौथे आरोपित लवकुश के पिता रामवीर भी कुछ नहीं बोले। जबकि, लवकुश की मां मुन्नी देवी ने घटना के बाद बताया था कि वह अपने खेत पर काम कर रही थी। शोर सुन घटना स्थल पहुंची। वहां युवती अचेत पड़ी थी, जिसे उसने अपने बेटे से पानी मंगवाकर पिलाया था। इसी बेटे पर आरोप लगा दिया। जबकि, रामकुमार के पिता राकेश ने बताया था कि उनका बेटा घटना के समय चिलर प्लांट पर था। उसके सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व उपस्थिति रजिस्टर का भी हवाला दिया था। रवि के पिता अतर सिंह ने मामला झूठा बताया था और चौथे आरोपित संदीप के पिता ने बताया था कि उनका बेटा घटना के समय घर के पास गाय को पानी पिला रहा था। इन चारों आरोपितों को कुछ दिन पहले ही सीबीआइ ने पॉलीग्राफ टेस्ट कराया है। अब चार्ज सीट इनके खिलाफ दायर की है। इसकी जानकारी के बाद गांव में खासोशी छा गई। पीड़ितों के घर के आसपास सीआरपीएफ तैनात है तो गांव में पुलिस ने भी गश्त की।