हाथरस से रहा है शीला दीक्षित का नाता
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का हाथरस से विशेष नाता रहा है
संवाद सहयोगी, हाथरस: दिवंगत दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का जनपद से रिश्ता रहा है। उनके आइएएस पति को बतौर एसडीएम हाथरस के रूप में पहली तैनाती मिली थी। दोनों का हाथरस से बड़ा स्नेह रहा। शनिवार को पूर्व सीएम की मृत्यु हो जाने की खबर सुनते ही कांग्रेसियों में शोक की लहर दौड़ गई।
कांग्रेसी नेता करुणेश मोहन दीक्षित ने बताया कि वर्ष 1963-64 में विनोद कुमार दीक्षित आइएएस की अलीगढ़ जिले के हाथरस तहसील के एसडीएम बतौर पहली तैनाती हुई। उस समय हाथरस अलीगढ़ जिले में शामिल था। कुछ दिन ही यहां रुके। उसके बाद उनका तबादला खैर हो गया। 1984 में कन्नौज से सांसद बनने के बाद शीला दीक्षित जब राजीव गांधी की कैबिनेट में संसदीय कार्यमंत्री रहीं। करूणेश मोहन दीक्षित के पिताजी प्रभु दयाल दीक्षित के बुलावे पर 1986 में शीला दीक्षित चंदपा स्थित उनके आवास पर आईं। बतौर सीएम पद पर कार्यरत थी तब श्योराज जीवन के चुनाव प्रचार में हाथरस आईं। सिकंदराराऊ में भी एक बार वो एटा जाते समय रुकीं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। पूर्व सीएम का निधन हो जाने से कांग्रेस को काफी गहरी क्षति हुई है।
शोक जताया
सादाबाद गेट स्थित कांग्रेस पार्टी के जिला कार्यालय पर करुणेश मोहन दीक्षित की अध्यक्षता में शोक सभा हुई। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के दो मिनट का मौन धारण कर दिवगंत नेता की चिर शांति व शोकाकुल परिवार व कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की गई। शोक व्यक्त करने वालों में पंडित ब्रह्मदेव शर्मा, अशोक गुप्ता, अवधेश बख्शी, अजीत गोस्वामी, संजीव आंधीवाल, शरद उपाध्याय नंदा, संजय अग्रवाल, यूनूस खान, डॉ. मुकेश चंद्रा आदि मौजूद रहे।