स्वच्छ भारत मिशन के 22 कार्मिकों की सेवा समाप्त
मिशन के ग्रामीण क्षेत्र के कार्यक्रम में लापरवाही के आरोप
जासं, हाथरस : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत ब्लॉकों पर तैनात 22 कार्मिकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद डीपीआरओ बनवारी सिंह ने यह कार्रवाई की है। कई कार्मिकों का कार्य संतोषजनक नहीं पाए जाने यह कार्रवाई की गई है।
गांवों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने, लोगों को शौचालय के बारे में जागरूक करने, उन्हें खुले में शौच न करने के लिए प्रेरित करने आदि को लेकर कई वर्ष पूर्व प्रत्येक ब्लॉक में खंड प्रेरक और कंप्यूटर ऑपरेटरों की तैनाती की गई थी। संविदा पर इन कार्मिकों को जनपद अलीगढ़ की एक फर्म से इसके साथ ही कार्यक्रम के क्रियान्वयन की देखभाल के लिए जिला कंसल्टेंट भी नियुक्त किया गया था। शुरुआत में यहां केवल एक-एक खंड प्रेरक और ऑपरेटर नियुक्त किया गया था, लेकिन समय और जरूरत के साथ-साथ अतिरिक्त कार्मिक रखे गए थे। कई कर्मचारियों के काम निरीक्षण के दौरान संतोषजनक नहीं पाए गए। इस पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के निदेशक ने पत्र जारी कर कार्यवाही के निर्देश दिए थे। जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद डीपीआरओ ने 22 कार्मिकों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इनमें एक जिला कंसल्टेंट, 13 खंड प्रेरक और आठ कंप्यूटर ऑपरेटर हैं। डीपीआरओ के आदेश के अनुसार जिला कंसल्टेंट समेत तीन खंड प्रेरकों और एक कंप्यूटर ऑपरेटर का काम संतोषजनक नहीं पाया गया था। 17 कार्मिक अतिरिक्त थे, जिनकी सेवा समाप्त कर दी गई है।