दूध व चाय से न लें आयरन की गोली
फोटो - 38-56 ब्लर्ब सुपोषण माह के तहत आंगनबाड़ी व उपकेंद्रों पर मनाया किशोरी दिवस आयोजन -11 से 14 वर्ष की किशोरियों की वजन की माप और खून की जांच -खून की कमी वाली किशोरियों को दुबारा जांच के लिए बुलाया गया
संवाद सहयोगी, हाथरस: सुपोषण माह के तहत सोमवार को जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों व स्वास्थ्य उप केंद्रों पर किशोरी दिवस मनाया गया। स्कूल जाने वाली किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच करते हुए किशोरी हेल्थ कार्ड बनाए गए। अभियान में स्वास्थ्य व समेकित बाल विकास सेवा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जानकारी दी गई।
किशोरी दिवस पर 11 से 14 वर्ष की सभी किशोरियों की ऊंचाई व वजन की माप और खून की जांच की गई। इसमें आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और एएनएम ने अहम भूमिका निभाई। जांच में जिन किशोरियों में खून की कमी पाई गई, उन्हें अगले चरण में जांच के लिए फिर से बुलाया गया। किशोरियों को एनीमिया से बचने के लिए आयरन की गोलियों के सेवन और खान-पान संबंधी विस्तृत जानकारी दी गई। ये रखें सावधानी
महिलाएं व लड़कियां आयरन की गोलियों का सेवन दूध व चाय के साथ करती हैं, जो कि गलत है। इससे शरीर में आयरन का अवशोषण कम हो जाता है। आयरन व फॉलिक एसिड की गोलियों का सेवन, विटामिन सी युक्त आहार जैसे नीबू, संतरा आदि के साथ किया जाना चाहिए। जिससे आयरन का अवशोषण सुचारु रूप से हो सके। भोजन में पालक, मैथी, बथुआ, सरसों, गुड़ आदि की मात्रा बढाएं, क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा अधिक होती है। अंकुरित दालों को हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ पकाकर खाना चाहिए। इनकी सुनो
किशोरी दिवस के दौरान किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। एनीमिया वाली किशोरियों को खान-पान पर ध्यान देने के बारे में जानकारी दी गई। 139 उपकेंद्रों पर किशोरी बालिकाओं का परीक्षण किया गया।
डीके सिंह,जिला कार्यक्रम अधिकारी।
कुपोषण के शिकार बच्चों को उपलब्ध कराएं पोषक तत्व एसडीएम ने ली बाल विकास परियोजना की बैठक संसू, सिकंदराराऊ : तहसील मुख्यालय पर बाल विकास परियोजना की बैठक उप जिलाधिकारी रामजी मिश्र की अध्यक्षता में हुई, जिसमें ब्लॉक कन्वर्जेशन एवं सन प्लान के बारे में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। अति कुपोषित बच्चों के परिवारों को मनरेगा से रोजगार उपलब्ध कराने एवं सभी लाभार्थियों को पोषक तत्व जैसे विटामिन ए, आयरन एवं टीकाकरण के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया।
उप जिलाधिकारी रामजी मिश्र ने कहा कि शासन ने कुपोषण के खिलाफ अभियान चला रखा है। कुपोषित बच्चों के बारे में जानकारी संकलित की जाए और उनके परिवारों को मनरेगा के तहत रोजगार दिया जाए। बच्चों को आवश्यक दवाएं एवं पोषक तत्व उपलब्ध कराए जाएं जिससे कि कुपोषण को मिटाया जा सके। बैठक में खंड विकास अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ.विवेक यादव, बाल विकास परियोजना अधिकारी स्मृति दुबे, खंड शिक्षा अधिकारी पोप सिंह, मनरेगा एपीओ, एडीओ समाज कल्याण, सुपरवाइजर कल्पना दुबे, डॉ. संजय सिंह आदि मौजूद थे।