सर्राफ ने पुलिस से पीछा छुड़ाने के लिए दिए आठ लाख रुपये!
लूट व चोरी के पर्दाफाश मामले में बैकफुट पर पुलिस दुकान बंद ब्लर्ब- पुलिस का दावा- जल्द हो सकती है सर्राफ की गिरफ्तारी अन्य आरोपितों की भी तलाश जारी
जागरण संवाददाता, हाथरस : लूट व चोरी का माल खरीदने के मामले में लोहट बाजार के बलवीर सिंह सर्राफ का नाम सामने आया है। केस डायरी में हाथरस गेट पुलिस ने सर्राफ का नाम खोला तथा उसकी तलाश की जा रही है। इधर मामला तूल पकड़ने के कारण सर्राफ फरार है तथा दुकान भी बंद है।
सोमवार को हाथरस गेट पुलिस द्वारा किए गए पर्दाफाश पर लूट के पीड़ित परिवार ने सवाल उठाए थे। प्रगतिपुरम के रहने वाले विमल भारद्वाज के घर 30 अगस्त की सुबह बदमाशों ने लूटपाट की थी। उनकी पत्नी को बंधक बनाकर बदमाश आठ से दस लाख रुपये तक का माल ले गए थे। पुलिस ने पर्दाफाश में दो लाख कैश बरामद दिखाए। इसके अलावा अन्य चोरियों का भी पर्दाफाश किया था। पकड़े गए बदमाश रहीस व लाला निवासीगण मधुगढ़ी ने विमल भारद्वाज के घर से लूटपाट करने के बाद जेवरात लोहट बाजार में सर्राफ को बेचे थे। रहीस ने सर्राफ बलवीर सिंह निवासी भूरापीर का नाम बताया था। पुलिस की छानबीन में यह बात सही भी निकली, लेकिन इसके बाद भी सर्राफ को आरोपित नहीं बनाया गया। इसलिए प्रेस कान्फ्रेंस के बाद विमल व उनके भाई कमल भारद्वाज ने पुलिस के पर्दाफाश पर सवाल उठाए। केवल दो लाख रुपये की रिकवरी पीड़ित परिवार को पच नहीं रही थी, जबकि सर्राफ से सभी जेवरात रिकवर किए जा सकते थे। कमल भारद्वाज की लिखित शिकायत के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई। इसके बाद पुलिस ने आनन-फानन सर्राफ का नाम केस डायरी में बढ़ाया। अधिकारियों ने बयान दिया कि सर्राफ की गिरफ्तारी की जाएगी।
अखबारों में खबर छपते ही सर्राफा बाजार में खलबली मच गई। मंगलवार को सर्राफ बलवीर सिंह की दुकान नहीं खुली। प्रकरण को लेकर कोतवाली हाथरस गेट में पुलिस कर्मियों तथा सर्राफा बाजार में चर्चा है कि सर्राफ ने पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए आठ लाख रुपये दिए हैं। चर्चा यह भी है कि इन्हीं रुपयों में से दो लाख की रिकवरी दिखाई गई है। हालांकि पुलिस अधिकारी इन बातों को बेबुनियाद बता रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस पूरे प्रकरण में अधिकारियों की ओर से अंदरूनी जांच भी कराई जा रही है। फजीहत के बाद पुलिस सर्राफ की गिरफ्तारी में जुटी है।