साध्वी प्राची को कासगंज जाने से रोका, हंगामा
संवाद सहयोगी, हाथरस : विवादित बोल के कारण चर्चाओं में रहने वाली साध्वी प्राची शनिवार को
संवाद सहयोगी, हाथरस : विवादित बोल के कारण चर्चाओं में रहने वाली साध्वी प्राची शनिवार को सिकंदराराऊ में हंगामे की वजह बनीं। सांप्रदायिक बवाल के बाद साध्वी मृतक के परिजनों से मिलन के लिए दिल्ली से कासगंज जा रही थीं। कासगंज में तनाव के चलते पुलिस ने उन्हें सिकंदराराऊ में ही रोक लिया। यहां साध्वी व पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। इसके बाद वे पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। एक घंटे चलते हंगामे के बाद वे दिल्ली लौट गईं।
एबीवीपी की तिरंगा रैली के दौरान कासगंज में दो समुदाय के लोगों के बीच झगड़ा हुआ, जिसमें चंदन गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए। तब से कासगंज में तनावपूर्ण स्थिति है। इसलिए प्रशासन ने राजनेताओं व अन्य वीआईपी के आगमन पर रोक लगा रखी है। इसके लिए कासगंज बाडर सील किए गए हैं। शनिवार की सुबह इस बाबत सिकंदराराऊ पुलिस को भी सतर्क किया गया था। पंत चौराहा से 50 मीटर आगे कासगंज रोड पर पुलिस ने बैरियर लगा रखे थे। दोपहर लगभग 12.30 बजे साध्वी प्राची का काफिला अलीगढ़ से सिकंदराराऊ पहुंचा। साध्वी की गाड़ियों को बैरियर पर रोक लिया गया। इंस्पेक्टर मनोज शर्मा ने साध्वी से वापस लौटने का आग्रह किया। इस दौरान वे हाथ जोड़ते नजर आए, लेकिन वे नहीं मानी। इस पर कार्यकर्ता पुलिस से उलझ गए। बात बढ़ने पर पुलिस कर्मियों ने गाड़ियों की चाबियां निकाल लीं। काफिले में लगभग 12 गाड़ियां थीं। इससे बात बिगड़ गई। साध्वी अपने समर्थकों के साथ पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गई। सिकंदराराऊ के ¨हदू संगठन के लोग प्रदर्शन में शामिल हो गए। उनके धरने पर बैठने से जीटी रोड(अलीगढ़-एटा) व मथुरा-बरेली मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। हाथरस जंक्शन, हसायन पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसडीएम व सीओ ने साध्वी को समझाने का प्रयास किया। एएसपी डॉ. अर¨वद कुमार ने साध्वी प्राची को समझाया तथा कानून व्यवस्था का हवाला दिया। लगभग एक घंटे के हंगामे के बाद साध्वी पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंची। यहां कुछ देर ठहरने के बाद वे काफिले के साथ दिल्ली लौट गई।
--
इनका कहना है
कासगंज में तनावपूर्ण हालात हैं। इसलिए किसी भी वीआईपी को वहां जाने की अनुमति नहीं है। इस कारण बाडर सील किए गए हैं। साध्वी प्राची को बैरियर पर रोका गया। उनसे आग्रह किया गया था। किसी भी पुलिस कर्मी ने अभद्रता नहीं की गई। उन्हें रोकने की वजह बताई गई, जिससे संतुष्ट होकर वे वापस हो गईं।
डॉ. अर¨वद कुमार, एएसपी