धर्म वही जो सुख, शांति व परोपकार की शिक्षा दे
मेला रिसीवर कैंप में हुआ सर्वधर्म सम्मेलन
संवाद सहयोगी, हाथरस : दाऊजी मेले के रिसीवर कैंप में आयोजित सर्वधर्म सम्मेलन में विद्वानों ने कहा कि धर्म वही है जो सुख शांति व परोपकार की शिक्षा दे। वह धर्म कदापि नहीं हो सकता जो मत, संप्रदाय, लड़ाई, झगड़ा, क्लेश, कलह पैदा करता है।
सम्मेलन में भरतपुर से पधारे प्रकांड पंडित देशशरण ने कहा कि धर्म एक है बाकी सब संप्रदाय हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह अग्नि का कार्य जलाना, जल का धर्म शीतलता प्रदान करना, पशु पक्षी का निज धर्म है, तो मनुष्य धर्म कैसे अलग हो सकता है। मथुरा से आए स्वामी स्वदेश ने कहा कि जब तक धर्म के सही लक्षणों को देश आत्मसात नहीं करेगा, तब तक इस देश में समझौते सुलह कदापि नहीं हो सकते। वेद परमात्मा की वाणी है, जो मनुष्य के कल्याण के लिए बनाई गई है। वेद में सब सत्य विधा है, जिसमें हर नियम तर्क भी कसौटी पर खरे उतरते हैं। डा.हमीद ने कहा कि भारत की संस्कृति, सभ्यता सबसे मजबूत है। हमारे धर्म में छद्म युद्ध, अंधविश्वास व कुरीतियां आ गई हैं, जिससे हमारा देश कमजोर हो गया है। अंधविश्वास व कुरीतियां निकाल दी जाएं तो देश फिर से सोने की चिडि़या हो सकता है। सुरेंद्र शर्मा कबाड़ी बाबा ने कहा कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। कार्यक्रम में विधायक हरीशंकर माहौर, पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा, उमेश, सुनीत आर्य, संध्या आर्य, बीना आर्य, गेंदालाल आर्य, दयाल ¨सह, मदनलाल आर्य भी मौजूद थे। अंत में संयोजक पूर्व पालिकाध्यक्ष रमेश चंद्र आर्य ने सभी का आभार व्यक्त किया।