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कारगिल विजय दिवस पर शहीदों के स्वजन सम्मानित

सादाबाद ब्लाक में सबसे अधिक हैं शहीद सपूतों के परिवार।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 04:51 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 04:51 AM (IST)
कारगिल विजय दिवस पर शहीदों के स्वजन सम्मानित
कारगिल विजय दिवस पर शहीदों के स्वजन सम्मानित

जागरण संवाददाता, हाथरस : देश के जिन बहादुर सैनिकों ने अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय देते हुए कारगिल की पहाड़ियों से दुश्मनों को मार भगाया और इस मुहिम में अपना सवोच्च बलिदान दिया, उन्हीं की याद में सोमवार को जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शहीदों के स्वजन को सहायता राशि देकर सम्मानित किया गया।

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भारतीय सेना ने कारगिल की ऊंची चोटियों पर कब्जा जमाए पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ कर 26 जुलाई को विजय प्राप्त की थी। तब से इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। यह युद्ध विषम परिस्थिति में लड़ा गया, क्योंकि दुश्मन ऊंची चोटियों पर जमे थे और भारतीय फौज को नीचे से ऊपर चढ़ते हुए हमला करना पड़ा था। इस युद्ध में देश की सुरक्षा के लिए शहीद जांबाजों के स्वजन को नकद धनराशि देकर सम्मानित किया गया।

22वें कारगिल विजय दिवस पर सादाबाद के गांव भूतिया के शहीद सत्यवीर सिंह के स्वजन को जिला सैनिक अधिकारी विग कमांडर प्रमोद कुमार ने शहीद की मां बसंती देवी को 45 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित किया। शहीद सत्यवीर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कारगिल शहीद गजपाल सिंह की पत्नी सुनीता देवी को 67 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया। शहीद हसन अली की पत्नी रीमा बेगम को 67,500 रुपये का चेक दिया गया। इस मौके पर पूर्व फौजी रनवीर सिंह यादव, वीरेंद्र सिंह फौजी, कैप्टन विजय सिंह, हवलदार हरिशंकर, हवलदार सत्यवीर सिंह, धीरी सिंह फौजी, बलवीर सिंह फौजी, वीरी सिंह, धर्मवीर सिंह, कारे सिंह भजनी, महाराज सिंह प्रधान, हरिमोहन सिंह मौजूद थे। एनसीसी कार्यालय पर मनाया गया कारगिल विजय दिवस

संस, हाथरस : शहर के 9 यूपी एनसीसी कार्यालय पर कारगिल विजय दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में बटालियन के कमान अधिकारी कर्नल नवजोत सिंह कंग ने भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। बताया कि सेना ने 26 जुलाई 1999 को कारगिल की चोटियों पर विजय हासिल की थी। तमाम जवान कारगिल जैसी दुर्गम पहाड़ियों पर दुश्मन के हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए अंतिम सांस तक लड़ते रहे। तब जाकर भारतीय सेना ने 26 जुलाई 1999 को विजय हासिल कर गौरवशाली गाथा लिखी थी। यह दिन ारत कभी नहीं भूल सकता। कार्यक्रम में बटालियन से प्रशासनिक अधिकारी कर्नल आरके सिंह, सूबेदार मेजर विक्रम सिंह, सूबेदार अरविद कुमार, नायब सूबेदार सुधीर थापा, नायब सूबेदार इंद्रपाल, सीएचएम ओमवीर सिंह, हवलदार हेमराज सिंह एवं बटालियन कांस्टेबल स्टाफ एवं लश्कर स्टाफ उपस्थित रहा। विजय दिवस पर शहीदों को भूले, नहीं दी गई श्रद्धांजलि

संसू, सासनी : सोमवार को कारगिल विजय दिवस की 22वीं सालगिरह मनाई गई। जगह-जगह कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के बलिदानों को याद किया गया। हैरत की बात यह है कि विकास खंड परिसर में बने पार्क में शहीदों की याद में शिलालेख बना हुआ है, लेकिन किसी अधिकारी या कर्मचारी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने की जहमत नहीं उठाई।


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