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चोरी-छिपे बिकने जा रहीं चावल की 450 बोरी पकड़ीं

हाथरस सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी की सूचना पर एसडीएम सदर नितीश कुमार ने मंगलवार देर रात लगभग 12 बजे

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 May 2019 12:35 AM (IST)Updated: Thu, 09 May 2019 06:20 AM (IST)
चोरी-छिपे बिकने जा रहीं  चावल की 450 बोरी पकड़ीं
चोरी-छिपे बिकने जा रहीं चावल की 450 बोरी पकड़ीं

जागरण संवाददाता, हाथरस: सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी की सूचना पर एसडीएम सदर नितीश कुमार ने मंगलवार देर रात लगभग 12 बजे बीएच ऑयल मिल रोड स्थित गोदाम पर छापा मारा। यहां ट्रक में लोड 450 कट्टे चावल के बरामद किए गए। कार्रवाई के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई क्लेम करने आगे नहीं आया। इस पर जांच बैठा दी है। वहीं मंडी समिति के अधिकारियों को जुर्माना करने के निर्देश दिए हैं।

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देर रात सूचना मिली कि सरकारी चावल की बोरियां बदलकर उन्हें जिले से बाहर भेजा जा रहा है। एसडीएम सदर रात लगभग 12 बजे मौके पर पहुंच गए। बीएच ऑयल मिल रोड स्थित गोवर्धन धर्म कांटा पर ट्रक खड़ा था। इसी धर्मकांटे के पीछे गोदाम में चावल को स्टोर किया जा रहा था। टीम के पहुंचते ही वहां भगदड़ मच गई। केवल ट्रक का चालक ही हाथ लगा। छानबीन में ट्रक में 450 कट्टे चावल के मिले। चालक से पूछताछ की, लेकिन उसने कोई जानकारी नहीं दी। चालक व चावल से लदे ट्रक को कोतवाली सदर पुलिस के सुपुर्द किया। छापा मारने के 24 घंटे बाद तक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी यह पता नहीं कर सका कि बरामद माल किसका है तथा कौन इस कारोबार में लिप्त है? बुधवार को कोई भी अधिकारियों के सामने नहीं आया। अधिकारी केवल जांच की बात कहते रहे। चावल राशन का है भी या नहीं। इस असमंजस के बीच केवल कृषि उत्पादन मंडी समिति के अधिकारियों को मंडी शुल्क का आंकलन कर जुर्माना लगाने की बात कही। जुर्माना किससे वसूला जाना है, इस बारे में भी नहीं बता सके?

कालाबाजारी की आशंका

देर रात चोरी छिपे जिस तरह चावल के कट्टे ले जाए जा रहे थे, उससे एसडीएम को की गई शिकायत में दम लग रहा है। न तो कोई व्यापारी इन चावल पर क्लेम करने आया और न ही यह पता चल सका कि किस फर्म या कंपनी का चावल है। यदि केवल मंडी टेक्स चोरी का मामला होता तो कोई न कोई सामने जरूर आता है। चामड़ गेट पर पिछले साल मिट्टी के तेल की कालाबाजारी का मामला सामने आया था। तीन गोदामों में तेल स्टोर किया जा रहा था। प्रकरण में मुकदमा तो दर्ज हुआ, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। यदि मामला वाक्या राशन की कालाबाजारी का है तो बिना अधिकारियों की मिलीभगत से नहीं हो सकता।

इनका कहना है

कालाबाजारी की सूचना पर छापेमार कार्रवाई की गई, लेकिन अभी पुष्टि नहीं हुई है कि चावल राशन का ही है। जांच कराई जा रही है। फिलहाल मंडी के अधिकारियों से जुर्माना लगाने के लिए कहा गया है।

नितीश कुमार, एसडीएम सदर


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