कृषि विभाग के अफसर मारेंगे चूहा-छछूंदर
शासन के निर्देश पर शुरू हुआ 18 दिन का विशेष अभियान अफसरों की ड्यूटी, कृषि अधिकारी रहेंगे नोडल अफसर
जासं, हाथरस : चूहा-छछूंदर खेत में हों या घर में लेकिन अब आप टेंशन नहीं लीजिए। कृषि विभाग को इसकी जानकारी दीजिए। कृषि विभाग के कर्मचारी चूहा-छछूंदर को ढूंढ़-ढूंढ़ कर मारने में आपका सहयोग करेंगे। विकासखंड वार इसके लिए नोडल अफसर नियुक्त किए गए हैं।
यहां वह ब्लॉक में मौजूद टीम के सहयोग से खेतों-घरों में जाएंगे। दोनों जीवों के लिए लिए खेतों व घरों में भोजन भी रखा जाएगा। यदि चूहा व छछूंदर इन्हें खाने आते हैं तो वहां यह माना जाएगा कि इन दोनों जीवों की अधिकता है। इसके बाद इन स्थानों को चिन्हित कर कृषि विभाग की टीम कीटनाशकों के प्रभाव से इन्हें मारेगी। इनके बिल भी बंद करेगी। ऐसा सब शासन के निर्देश पर संक्रामक रोगों से बचाव के लिए होगा।
शासन ने माना है कि वेक्टर जनित रोग जेई व एईएस के संचार में चूहा व छछूंदर की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। लिहाजा इन पर नियंत्रण कर संचारी रोग का फैलाव रोका जा सकता है। शासन ने 10 फरवरी से 28 फरवरी तक स्वास्थ्य, कृषि व अन्य विभागों के सहयोग से वृहद स्तर पर इसके लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। कृषि विभाग जनसहभागिता के माध्यम से क्षेत्रीय कर्मचारियों की टीम बनाकर इस बाबत गांवों में प्रचार प्रसार करेगा और चूहा व छछूंदर को नियंत्रित करने का काम करेगा। लगातार चलने वाले इस अभियान के लिए कृषि विभाग के उपनिदेशक को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी के मुताबिक खेतों और मेड़ों पर बने बिल आदि को गन्ना या लकड़ी ठूंस कर बंद किया जाएगा। बिल्ली, सांप, उल्लू, लोमड़ी, बाज, चमगादड़ आदि को बचाने के लिए ग्रामीण इलाकों में जागरूकता लाई जाएगी। इसके अलावा चूहेदानी में इन्हें पकड़कर मारने के बाद जमीन में गाड़ा जाएगा। विभाग ब्रोमोडियान के बने चारे की 10 ग्राम मात्रा की गोली बिलों में डालने का काम करेगी। इसके लिए प्रयोग में आने वाले रसायनों को कृषि विभाग की ओर से उपलब्धता कराई जाएगी। अभियान के लिए ब्लाक स्तर पर तहसील के उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी व जनपद स्तर पर उपकृषि निदेशक या जिला कृषि रक्षा अधिकारी अभियान की मॉनीट¨रग करेंगे। तीन दिन आयोजित होंगी गोष्ठी
12 फरवरी को ब्लॉक हाथरस-सासनी, 13 फरवरी को मुरसान-सादाबाद, 14 को सहपऊ, हसायन व सिकंदराराऊ ब्लॉक में गोष्ठी आयोजित कर किसानों व ग्रामीणों को इसके लिए जागरुक किया जाएगा। इन गोष्ठियों में उपकृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिलाकृषि रक्षा अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी सहभागिता करेंगे। यह रहेंगे नोडल अधिकारी
हाथरस में ओमप्रकाश दुषाद, सासनी में हरिमोहन तिवारी, मुरसान में एवर ¨सह, सादाबाद में अशोक कुमार सारस्वत, सहपऊ में विनोद कुमार, हसायन में वीरपाल, सिकंदराराऊ में ब्रह्मकुमार पचौरी को नोडल अधिकारी बनाया है। वर्जन
शासन के निर्देश पर 12 से 14 फरवरी तक ब्लॉकों पर गोष्ठी आयेाजित होंगी। इसी के साथ गांवों में तैनात तकनीकी सहायक कर्मचारी प्रत्येक गांव में जाकर किसानों को इनकी रोकथाम को जागरुक करेंगे।
यतेंद्र कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी