Move to Jagran APP

रक्षाबंधन पर वृक्षों को भी बंधेंगे रक्षासूत्र, लिया जाएगा उनकी सुरक्षा का संकल्प

रोपित किए गए पौधों सहित सभी वृक्षों को बांधे जाएंगे रक्षासूत्र जिले में दो विरासत वृक्षों पर रक्षासूत्र बांधने को पहुंचेगे अधिकारी। संस हाथरस पर्यावरण शुद्ध रखने को इस बार रक्षाबंधन पर्व पर रविवार को जिले में विरासत वृ

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Aug 2021 04:32 AM (IST)Updated: Sun, 22 Aug 2021 04:32 AM (IST)
रक्षाबंधन पर वृक्षों को भी बंधेंगे रक्षासूत्र,  लिया जाएगा उनकी सुरक्षा का संकल्प
रक्षाबंधन पर वृक्षों को भी बंधेंगे रक्षासूत्र, लिया जाएगा उनकी सुरक्षा का संकल्प

संस, हाथरस : पर्यावरण शुद्ध रखने को इस बार रक्षाबंधन पर्व पर रविवार को जिले में विरासत वृक्ष सहित अन्य वृक्षों को भी रक्षा सूत्र बांधकर उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया जाएगा। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि भी सहभागिता करेंगे।

loksabha election banner

वैश्विक महामारी कोरोना काल में सबसे अधिक दिक्कतें आक्सीजन की कमी से हुई थीं। शुद्ध आक्सीजन हमें वृक्षों से ही मिलती है। इसलिए वृक्षों की सुरक्षित रखने के लिए इस बार रक्षाबंधन पर उन्हें भी राखियां बांधी जाएंगी। यह राखियां जिले में रोपित पौधों को विशेष तौर पर बांधी जाएंगी। राखियां बांधकर वृक्षों की सुरक्षा का संकल्प लिया जाएगा। इसके लिए संबंधित विभागों ने तैयारियां की हैं।

वन विभाग 22 अगस्त से 29 अगस्त तक रक्षासूत्र कार्यक्रम मनाएगा। इसमें हाथरस संभाग में विरासत वृक्षों सहित अभी तक रोपित पौधों को रक्षासूत्र बांधकर सुरक्षा का संकल्प लिया जाएगा। जनप्रतिनिधियों में सांसद, विधायक, पार्षद व अन्य लोगों का सहयोगी लिया जाएगा। जिले की शान हैं दो विरासत वृक्ष

जिले में दो वृक्षों को विरासत वृक्ष के रूप में सरकार ने चुना है। इसमें एक सहपऊ ब्लाक के बाबली गांव स्थित बंबा के किनारे है। दूसरा वृक्ष हसायन ब्लाक के गांव अंडोली में हैं। ये दोनों वृक्ष बरगद के हैं और करीब 105 साल पुराने हैं। यहां पर जनप्रतिनिधि व स्थानीय लोग रक्षासूत्र बांधने जाएंगे। क्षेत्रीय वनाधिकारी एसआर ओझा ने बताया कि वृक्षों की सुरक्षा के लिए यह निर्णय सरकार ने लिया है। छात्रों को बताया संस्कृत का महत्व

संसू, सिकंदराराऊ : महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत सप्ताह व मिशन शक्ति कार्यक्रम मनाया गया। डा. शैफाली सुमन ने महिला सशक्तीकरण के प्रचार प्रसार के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। उन्होंने संस्कृत भाषा के महत्व के बारे में समझाया। सुखविदर सिंह तथा अंजली सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। प्राचार्य डा. मंजू उपाध्याय, डा. विनीता एवं डा. हिमांशु राय, डा. बीपी सिंह मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.