ब्रज की देहरी में देवकी संग राधा-कृष्ण भी मैदान में
हाथरस ब्लॉक में प्रधान पद के लिए भाग्य आजमा रहे लक्ष्मी और पार्वती भी प्रधान पद की हैं उम्मीदवार।
जासं, हाथरस : ब्रज की देहरी हाथरस में पंचायत चुनाव का प्रचार-प्रसार जोर पकड़ चुका है। चुनावी जंग में तमाम ऐसे उम्मीदवार भी भाग्य आजमा रहे हैं, जिनके नाम हमारे देवी-देवताओं से मिलते हैं। ये लोग अपने नाम को लेकर गांव-गांव में चर्चा का विषय बने हुए हैं। ब्रज क्षेत्र में होने के कारण देवकी और श्रीकृष्ण गांवों में चुनावी माहौल बना रहे हैं।
जनपद के हाथरस ब्लॉक में 72 ग्राम पंचायतें हैं। यहां पर 583 लोगों ने प्रधान पद के लिए आवेदन किया था। यहां वैध नामांकन 577 पाए गए थे। नाम वापसी 75 लोगों ने की थी। चुनाव लड़ने वालों की संख्या 502 है। यहां कोई निर्विरोध प्रधान नहीं चुना गया है। चुनाव लड़ने वालों में पार्वती, राधाकृष्ण, श्रीकृष्ण, देवकी, लक्ष्मी आदि भी हैं। ये नाम भले ही हमारी श्रद्धा से जुड़े हुए हैं लेकिन गांव में इन नामों को अपने अंदाज में पुकार उनके नाम पर जनसमर्थन मांगा जा रहा है। पुरुष उम्मीदवार गांव-गांव जाकर बुजुर्गों के आशीर्वाद मांग रहे हैं तो महिला उम्मीदवारों के पति उनकी ओर से वोट मांग रहे हैं। घर की बहुएं होने के कारण वे भी परिवार के अलावा अन्य बुजुर्ग महिलाओं से भी आशीर्वाद के साथ वोट मांग रही हैं। ------------------ भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्ति गांव
का विकास नहीं करा सकता
फोटो -3 (इलेक्शन एक्सप्रेस)
-मजरों का विकास न कराने की ग्रामीणों की आज भी शिकायतें
-ग्राम पंचायत बरतर खास में चुनावी चौपाल के दौरान कर रहे ग्रामीण चर्चा
संसू, सिकंदराराऊ : पंचायत चुनाव को लेकर चहुंओर चुनावी चौसर बिछ गई है। गांवों की सरकार के लिए ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह है। इन दिनों गांवों में चुनाव की चर्चा सुनाई देती है। प्रधान, बीडीसी व जिला पंचायत के प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत के लिए जातिगत व सामाजिक समीकरण बिठाकर जीत पक्की करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। गांवों के लोग गेहूं की फसल काटने के साथ-साथ चुनावी चर्चा में मशगूल रहते हैं। ग्राम पंचायत में विकास कार्य हुआ है, लेकिन अभी भी विभिन्न मजरों में विकास कार्यों की आवश्यकता है।
दैनिक जागरण की टीम रविवार को क्षेत्र के कासगंज रोड स्थित गांव बरतर खास पहुंची। एक स्थान पर गांव के कुछ लोग जमा थे, जो चौपाल लगाकर आपस में प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर चर्चा करते नजर आए। उनमे ग्राम पंचायत के विकास को लेकर भी बहस छिड़ी हुई थी कि जो प्रत्याशी इस बार चुनाव लड़ रहे हैं, उनमें कौन सा प्रत्याशी ऐसा है जो प्रधान बनकर गांव का विकास करा सकता है। वहीं ग्राम पंचायत के पिछले कार्यकाल में अधूरे रहे विकास कार्यों को लेकर भी लोग अपनी टिप्पणियां दे रहे थे। चौपाल पर बैठे एक बुजुर्ग कह रहे थे कि जनता को ऐसे व्यक्ति का चुनाव करना चाहिए जो भ्रष्टाचार से दूर हो, क्योंकि भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्ति कभी भी गांव का सही विकास नहीं करा सकता। इस ग्राम पंचायत में विकास कार्य हुआ है, लेकिन अभी भी विभिन्न मजरों में विकास कार्य कराए जाने की आवश्यकता है। ग्राम पंचायत बरतर के मजरा सिंहपुर और शेरपुर में सड़क नहीं बनी है, जिससे लोगों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। अशोक शर्मा का कहना था कि गांव की बागडोर ऐसे व्यक्ति के हाथ में होनी चाहिए जो गांव का विकास कराने में सक्षम हो और अधिकारियों से मिलकर गांव की समस्याओं का समाधान करा सके। प्रेमदीप सिंह का कहना था कि गांव के सभी लोग सही व्यक्ति का चयन कर उसे चुनाव जिताकर प्रधान बनाएं।