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आंगनबाड़ी केंद्रों पर चलेंगी प्री-प्राइमरी कक्षाएं

बेसिक शिक्षा विभाग उपलब्ध कराएगा यूनिफार्म किताबें और एमडीएम पहल -आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा ऑनलाइन प्रशिक्षण -स्टेट रिसोर्स पर्सन की निगरानी में संचालित होंगी बचों की कक्षाएं 1040 प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं जहां आंगनबाड़ी केंद्र भी संचालित होते हैं सबसे पहले इन्हीं स्कूलों वाले केंद्रों पर व्यवस्था होगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 12:50 AM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 12:50 AM (IST)
आंगनबाड़ी केंद्रों पर चलेंगी प्री-प्राइमरी कक्षाएं
आंगनबाड़ी केंद्रों पर चलेंगी प्री-प्राइमरी कक्षाएं

संवाद सहयोगी, हाथरस : आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को अब पुष्टाहार ही नहीं, शिक्षा भी दी जाएगी। अब यहां प्री-प्राइमरी कक्षाओं का संचालन कराया जाएगा। बच्चों को यूनिफार्म से लेकर पाठ्य पुस्तक व एमडीएम भी दिया जाएगा। इसकी व्यवस्था बेसिक शिक्षा विभाग कराएगा। जल्द ही प्रशिक्षकों के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।

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फिलहाल यह है व्यवस्था :

आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन से पांच साल तक के बच्चों का नामांकन होता है। यहां बच्चे आते हैं तो उन्हें पुष्टाहार दिया जाता है। अब व्यवस्था बदली जा रही है।

प्री-प्राइमरी कक्षाएं लगेंगी : अब जो आंगनबाड़ी केंद्र परिषदीय विद्यालयों में संचालित हैं, उन केंद्रों पर प्री-प्राइमरी कक्षाओं को संचालित कराया जाएगा। बच्चों को किताबें, मिड डे मील और यूनिफार्म बेसिक शिक्षा विभाग उपलब्ध कराएगा। नई शिक्षा नीति के तहत यह व्यवस्था होनी है। इसके पीछे लक्ष्य है कि बच्चों का नामांकन परिषदीय विद्यालयों में ही हो सके। जिले के 1040 प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जहां आंगनबाड़ी केंद्र भी संचालित होते हैं। सबसे पहले इन्हीं स्कूलों के केंद्रों पर व्यवस्था होगी। टीमों का होगा जल्द गठन

प्रदेश स्तर पर स्टेट रिसोर्स पर्सन का चयन हो चुका है। जिसमें जिले से एक सीडीपीओ, दो मुख्य सेविकाओं के अलावा बेसिक शिक्षा विभाग के रिसोर्स पर्सन शामिल हैं। जिला स्तर पर छह सदस्यीय टीम डीएलटी की होगी, जिसमें दो सीडीपीओ, तीन मुख्य सेविका और एक डायट का सदस्य होगा। ब्लॉक लेवल टीम में दो मुख्य सेविका, एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एक एआरपी शामिल होंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलेगा प्रशिक्षण

चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पांच नवंबर से बीएलटी टीम के द्वारा आनलाइन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण मॉड्यूल के जरिए दिया जाएगा। तीन से पांच वर्ष के बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा किस प्रकार दी जानी है, इसके लिए ट्रेंड किया जाएगा।

इनका कहना है

विद्यालय परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर आने वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके, इसके लिए महानिदेशक स्कूली शिक्षा की ओर से प्रयास चल रहा है। जल्द ही प्री-प्राइमरी कक्षाएं संचालित होंगी।

-मनोज कुमार मिश्र, बीएसए हाथरस।


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