स्मार्ट शौचालय बनाओ.. सरकार से सम्मान पाओ
हाथरस समेत उप्र. की हर ग्राम पंचायत में बन रहे हैं सामुदायिक शौचालय स्मार्ट शौचालय बनाने के बाद होगी प्रतियोगिता डीएम ने बीडीओ को लिखा पत्र
जागरण संवाददाता, हाथरस: हाथरस समेत पूरे प्रदेश में गांव-गांव सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। तय किया गया है कि जो भी प्रधान खुद दिलचस्पी लेकर सामुदायिक शौचालय को मॉडल बनाने में योगदान देंगे उनको केंद्र सरकार के हाथों सम्मान दिया जाएगा, मगर इससे पहले पूरे जनपद में प्रतियोगिता होगी। राष्ट्रीय स्तर पर तीन सर्वश्रेष्ठ शौचालय चुने जाएंगे, उन गांव के प्रधानों को सम्मान दिया जाएगा।
गांव के लोगों को खुले में शौच को रोकने के लिए एक और वृहद योजना शुरू होने जा रही है। स्वच्छ भारत मिशन योजना (ग्रामीण) के तहत हर गांव में दो-दो सामुदायिक शौचालय (कम्युनिटी टॉयलेट) बनाए जाएंगे, एक अनुसूचित जाति की बस्तियों में और दूसरा उन मजरों में बनेंगे जहां एकल शौचालयों की कमी है। एक साल में सभी सामुदायिक शौचालय बन जाएंगे। कम्युनिटी टॉयलेट में ग्राम पंचायत की ओर से स्टाफ भी तैनात होगा।
डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार की ओर से सभी बीडीओ एवं सहायक विकास अधिकारी पंचायतों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि 15 जून से 15 सितंबर तक प्रतियोगिता प्रस्तावित है। समारोह में दिए जाने वाले पुरस्कार दो अक्टूबर को दिए जाएंगे। राज्य सरकार की ओर से सर्वश्रेष्ठ तीन प्रधान राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होंगे।
महिला-पुरुष के होंगे अलग टॉयलेट
सामुदायिक शौचालयों में दो टॉयलेट होंगे, जिसमें महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग होंगे। इसी तरह से यूरिनल भी बनाए जाएंगे। यहां स्वीपर भी तैनात किए जाएंगे। पानी के लिए लगेगी टंकी
पानी के लिए बोरिंग कराई जाएगी। वहां पंप लगेगा और एक टंकी भी होगी। वाशबेसिन भी लगेगा। सामुदायिक शौचालयों की फर्श पर टाइल्स भी लगाई जाएगी। खास बातें -दो लाख दो हजार रुपये से एक सामुदायिक शौचालय बनेगा
-पांच लाख से ज्यादा एकल शौचालय अब तक बनाए हैं जिले में
-छह लाख से ज्यादा की आबादी को मिलेगा कम्यूनिटी टॉयलेट का लाभ
-14 वें वित्त आयोग व राज्य वित्त आयोग के बजट से पंचायतें देंगी धन
-64 लाख के लगभग वर्तमान में है जिले की जनसंख्या
-474 ग्राम पंचायतों में बनाए जाने हैं सामुदायिक शौचालय
वर्जन जनपद के हर ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय बनाने का काम तेजी से चल रहा है। शौचालय स्मार्ट बनाने के बाद प्रतियोगिता होगी जिसमें सबसे ज्यादा स्मार्ट शौचालय बनवाने वाले तीन प्रधानों को सरकार के हाथों पुरस्कार मिलेगा।
प्रवीण कुमार लक्षकार, डीएम