गरीब भूरी ¨सह के पास राशन कार्ड तक नहीं
एसडीएम के दौरे के बाद जागा प्रशासनिक महकमा
हाथरस : सादाबाद के नगला हट्टी में गरीब भूरी ¨सह का परिवार सरकारी सेवाओं से भी महरूम था। आवास, राशन कार्ड जैसी जरूरी चीजें भी उसके पास नहीं थीं। हाल ही में प्रधान के बेटे बबलू ने जरूर राशन कार्ड के लिए भूरी ¨सह का ऑनलाइन आवेदन कराया है। खुशी की मौत की खबर पर गांव पहुंचीं एसडीएम ज्योत्सना बंधु के सामने जब राशन कार्ड का मुद्दा आया तो क्षेत्रीय लेखपाल आपस में बहस करने लगे, लेकिन इसकी जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली कि राशन कार्ड क्यूं नहीं बन पाया। दो बेटियों की पहले
ही हो चुकी है मौत
सादाबाद : भूरी ¨सह के परिवार में पत्नी सोनिया के अलावा सात बेटियां थीं, जिनमें से दो बेटियों की कुछ साल पहले ही बीमारी के कारण मौत हो गई थी। उस वक्त भी परिवारीजन बच्चियों का उपचार नहीं करा पाए थे। दो दिन पहले चौकीदार ने की थी मदद
सादाबाद : गरीबी से जूझ रहे भूरी ¨सह के परिवार को दो दिन पहले गांव के चौकीदार विनोद ने खाने के लिए पांच किलो खाद्यान्न दिया था। इसमें आटा-चावल था। करीब दो महीने से परिवार मदद के सहारे पेट पाल रहा है। प्रशासन से नहीं मिली कोई मदद
सादाबाद : बेटी की मौत पर द्रवित मां सोनिया ने बताया कि पहले दो बेटियां उपचार के अभाव में छोड़कर चली गईं। अब एक और बेटी की मौत गरीबी के कारण ही हो गई, जबकि एक उपचाररत है। जमीन, राशन कार्ड, आवास न होने के बाद भी प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली। गांव वाले भी कब तक मदद करते।