दुपहिया वाहनों की चोरी नहीं रोक पा रही पुलिस
-कोतवाली सदर क्षेत्र में एक सप्ताह के अंदर तीन बाइक चोरी -वाहन चोर गिरोह के पर्दाफाश के बाद भी नहीं रुक रहीं घटनाएं
जागरण संवाददाता, हाथरस : वाहन चोरी लोगों के लिए बड़ी परेशानी बन चुकी है। शहर में कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में किसी भी कार्यालय व प्रतिष्ठान के बाहर से वाहन उठने में देर नहीं लगती। वाहन चोरों के लगातार पकड़े जाने के बाद भी चोरी रुक नहीं रही।
पांच जून को हाथरस जंक्शन पुलिस ने शहर में सक्रिय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया था। डाकघर व जिला अस्पताल से लगातार वाहन चोरी कर रहे इस गिरोह के चार सदस्यों की गिरफ्तारी हुई थी तथा चोरी के 20 वाहन बरामद किए गए थे। अधिकतर वाहन डाकघर व जिला अस्पताल से ही चुराए गए थे, जिन्हें लिक भी कर लिया गया था। इसके बाद भी हाथरस पुलिस दुपहिया वाहन चोरी नहीं रोक सकी। पिछले बुधवार को गिजरौली से स्कूटी चोरी हो गया। गांव कलवारी के रहने वाले भूपेंद्र सिंह की गिजरौली पर दुकान है। सुबह दस बजे वे एक्टिवा स्कूटर से अपनी दुकान पहुंचे। यहां स्कूटर खड़ा कर वे गोदाम पर काम से गए थे। दस मिनट बाद लौटे तो स्कूटर गायब था। उन्होंने कोतवाली सदर में वाहन चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इससे पहले अवधेश कुमार निवासी मांगरू, सादाबाद की डिस्कवर बाइक 22 जून को चोरी हुई थी। अवधेश पंजाब होटल के पास एक कंपनी के कार्यालय में काम करते हैं। यहीं बाइक खड़ी थी। इसी दिन देवेश गौतम निवासी गली गंगाधर, मुरसान गेट की हीरो सीडी डीलक्स बाइक चोरी हुई। गोशाला रोड पर वे किसी काम से गए थे। घर के बाहर से ही चोर बाइक पर हाथ साफ कर ले गया। वाहन चोरी व काटने का धंधा जोरों पर
हाथरस : वाहन चोरी में दुपहिया वाहन मिस्त्री भी शामिल रहते हैं, जो चोरी की बाइक को ठिकाने लगाने का काम करते हैं। चार साल पहले कोतवाली सदर पुलिस की दबिश में लाला का नगला में दो घरों से पुलिस ने दुपहिया वाहनों के पार्ट्स बरामद किए थे। चोरी के वाहन घरों में काटे जाते थे। हाथरस जंक्शन पुलिस की हाल में हुई कार्रवाई में एक एटा का बाइक मिस्त्री भी शामिल मिला था। वाहन के पार्ट्स आसानी से बिक जाते हैं। इंजन के पार्ट्स भी बिकते हैं तथा चेसिस को नंबर घिसने के बाद लोहे में बेच दिया जाता है।