मीलों चले राहगीरों की पुलिस बनी मददगार
सासनीगेट चौराहे से सैकड़ों लोगों को वाहनों से किया गतंव्य तक के लिए रवाना मजबूरी की मार लॉकडाउन के चलते तमाम मुसाफिर परिवार संग निकल रहे हैं घर के लिए
जागरण संवाददाता, हाथरस : लॉकडाउन के बीच मीलों पैदल चल चुके राहगीरों के लिए पुलिस मददगार साबित हो रही है। रविवार को सासनीगेट चौराहे से होकर जो भी पैदल यात्री गुजरा उसे रोका और पहले तो भोजन, पानी के बारे में पूछा और फिर यहां से गुजरते वाहनों को रोककर उसमें पैदल चल रहे मुसाफिरों को बिठाया, ताकि वह अपनी मंजिल तक पहुंच सकें।
रविवार की दोपहर करीब एक बजे का वक्त था। लॉकडाउन के चलते बाजार की सड़कें पूरी तरह से सूनी थीं। जहां-तहां लोग अपने घरों से सन्नाटे में डूबी सड़कों की तरफ टकटकी लगाए हुए थे। तेज धूप तन को झुलसा रही थी, मगर बड़े शहरों से अपने गांव के लिए पैदल निकले लोगों के पांव नहीं रुक रहे थे।
ऐसे लोगों के लिए रविवार को ट्रैफिक पुलिस के जवान सासनीगेट चौराहे पर मददगार बने। यहां वे बेवजह घूमते लोगों रोककर टोकने के साथ उनके वाहनों के ई-चालान भी कर रहे थे। इसी बीच मथुरा से बरेली की ओर पैदल ही जा रहे तमाम मुसाफिर सिर पर बैग और छोटे-छोटे बच्चों को लेकर निकले। पुलिस के जवानों ने उन्हें रोका, छांव में बिठाया और फिर उनसे भोजन पानी के बारे में पूछा। कुछ लोगों को भोजन के पैकेट और पानी भी दिया। कुछ देर में एक ट्रक मथुरा से बरेली की तरफ जाता दिखा तो उसे रोका और अधिकांश मुसाफिरों को उसमें बिठाकर रवाना किया। वैसे तो ट्रक चालक मना कर देता मगर पुलिस के खौफ में सवारी बिठाई और निकल गया।