जिला अस्पताल की ओपीडी बंद, भटके मरीज-तीमारदार
कोरोना संक्रमण की वजह से बंद की सरकारी अस्पतालों की ओपीडी कई निजी अस्पतालों में मनमानी कोविड रिपोर्ट के बाद ही देख रहे।
संस, हाथरस : कोरोना संक्रमण की वजह से जिले में हालात खराब होते जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक माह के लिए सरकारी अस्पतालों की ओपीडी बंद कर दी गई है। सोमवार को तमाम मरीज जिला अस्पताल की ओपीडी पर पहुंचे, लेकिन वहां ताला लगा मिला। कई निजी अस्पतालों में मरीजों को कोविड रिपोर्ट दिखाने के बाद ही चिकित्सक उपचार दे रहे हैं।
कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। कोरोना संक्रमण की वजह से ओपीडी बंद होने की जानकारी तमाम मरीजों को नहीं थी। सोमवार की सुबह निर्धारित समय पर मरीज जिला अस्पताल पहुंच गए, लेकिन वहां ओपीडी बंद होने पर लौटना पड़ा। निजी अस्पतालों में भी चिकित्सकों की मनमानी चल रही है। बिना कोविड रिपोर्ट दिखाए कई चिकित्सक मरीजों को नहीं देख रहे। झोलाछाप चिकित्सकों के जरिए इलाज कराने के लिए मरीज मजबूर हो रहे हैं।
बीमार व्यक्ति की मौत
संसू, हसायन : थाना क्षेत्र के गांव हैदलपुर निवासी जितेंद्र कुमार (45) को कई दिन से बुखार व सांस लेने में दिक्कत थी। रविवार रात स्वजन अस्पताल लेकर गए, जहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। स्वजन का आरोप है कि जिला अस्पताल में भी बेहतर उपचार देने की बजाय अलीगढ़ रेफर कर दिया। आगरा के एक निजी अस्पताल में रविवार रात युवक की मौत हो गई। स्वजन ने दाह संस्कार करा दिया। मौत की सूचना पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया मैनेजर सौरव सैनी के साथ गांव पहुंची। करीब 50 लोगों के कोविड-19 के सैंपल लिए जिसे जांच के लिए भेज दिया।