प्रेमिका पर खर्चे के लिए किया वृद्धा का अपहरण
कोतवाली सदर क्षेत्र में घंटाघर के पास से सोमवार देर शाम को अपहृत वृद्ध महिला को बरामद कर लिया है।
जागरण संवाददाता, हाथरस : कोतवाली सदर क्षेत्र में घंटाघर के पास से सोमवार देर शाम को अपहृत हुई वृद्धा को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। एक युवक ने अपने दो साथियों संग जल्दी पैसा कमाने, सट्टा और प्रेमिका पर खर्चे के लिए इस घटना को अंजाम दिया था। स्वजन की सूचना के बाद पुलिस ने देर रात तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी विनीत जायसवाल ने मंगलवार दोपहर को पुलिस कार्यालय पर प्रेसवार्ता में घटना का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम को घंटाघर हलवाई खाना हाथरस निवासी शैलेश दीक्षित ने पुलिस को सूचना दी कि उसकी 65 वर्षीय मां सुनीता दीक्षित घर से भागवत कथा सुनने के लिए 'अपना वाली धर्मशाला' में गई थीं। वहां से वापस नहीं लौटीं। उन्हें काफी तलाश किया, लेकिन कहीं भी पता नहीं चला। देर शाम अनजान नंबर से एक व्यक्ति का काल आया जिसने शैलेष से उसकी मां का अपहरण कर लेने की बात कही, और उन्हें छोड़ने के बदले 80 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। पुलिस को खबर देने पर मां को जान से मारने की धमकी दी गई। एसपी ने आरोपितों को पकड़ने के लिए टीम गठित कीं। कोतवाली पुलिस के साथ-साथ एसओजी व सर्विलांस टीम को भी लगाया। एसओजी टीम तथा थाना कोतवाली सदर पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं की गाड़ी को चंदपा क्षेत्र में घेराबंदी कर उन्हें देर रात दबोच लिया। पकड़े गए अभियुक्तों में सौरभ पुत्र मनोज कुमार निवासी जवाहर थाना इगलास (अलीगढ़), ऋषि शर्मा पुत्र संजू व नितिन पुत्र करन सिंह निवासीगण गांव करील थाना मुरसान (हाथरस) शामिल थे। पुलिस ने आरोपितों से वृद्धा को भी सकुशल बरामद कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से तमंचा-कारतूस व घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन व ईको गाड़ी बरामद की गई है। अपहृता का मेडिकल परीक्षण कराकर स्वजन के सुपुर्द कर दिया है। एसओजी व कोतवाली सदर पुलिस को एडीजी आगरा के द्वारा 25 हजार व एसपी ने 15 हजार रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
जल्दी अमीर बनना चाहते थे आरोपित
एसपी के अनुसार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि सौरभ अग्रवाल अपने गांव में परचून की दुकान करता है। अपने पिता की सवारी गाड़ी ईको भी चलाता है। ऋषि और नितिन उसके दोस्त हैं। वह जल्दी ही ढेर सारा पैसा कमाना चाहता था। सौरभ सट्टा लगाने का आदी है, और गर्लफ्रेंड पर काफी खर्चा भी करता है। उसे मकान भी दिलाना था। यू-ट्यूब पर 44 लाख का फ्लैट भी पसंद किया था। अपना खर्च चलाने के लिए दोस्तों को भी पैसे का लालच देकर तीनों ने अपहरण की योजना बनाई। इसके लिए सौरभ ने 15 दिन पहले ही नया मोबाइल फोन व सिम खरीदा था। घटना से एक दिन पहले गिरफ्तार अभियुक्त सौरभ भागवत कथा में आया था। उसने यहां वृद्ध महिला को चिह्नित कर उसके अपहरण की प्लानिग की। सौरभ ने उनसे जान पहचान बढ़ाई। जानकारी कर वृद्धा से उसके बेटे का नंबर ले लिया। सोमवार को सौरभ भागवत कथा में आकर वृद्धा से मिला तथा अपनी मां से मिलाने का बहना बनाकर उन्हें भागवत कथा से बाहर लेकर आ गया। यहां उसकी गाड़ी में पहले से ही दोनों दोस्त बैठे हुए थे। अपहृता को कार में बिठा लिया तथा अपहरण कर हाइवे पर इधर-उधर घुमाते रहे। अपहृता के बेटे से बार-बार फोन कर पैसों की मांग करते रहे। एसओजी और पुलिस ने उन्हें घेराबंदी कर दबोच लिया।
क्राइम पेट्रोल देखकर बनाई अपहरण की योजना
तीनों आरोपित युवा हैं और 10वीं-12वीं तक पढ़ाई की है। जल्द पैसा कमाने के लिए सौरभ ने क्राइम पेट्रोल सीरियल देखकर वृद्धा के अपहरण की योजना बनाई। दोनों दोस्तों को साथ लेकर घटना को अंजाम दिया।
एसपी को किया सम्मानित
अपहरण की वारदात का तीन घंटे के अंदर पर्दाफाश कर दिए जाने पर पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा व मोहनलाल अग्रवाल अध्यक्ष व्यापार मंडल पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। जहां पालिकाध्यक्ष व व्यापारियों ने एसपी को बुके देकर सम्मानित किया।
मथुरा जाने की बोल लाया था गाड़ी
एसपी के मुताबिक सौरभ के पिता की गाड़ी बुकिग पर चलती थी। सौरभ ने पिता से कहा कि मथुरा की सवारियां मिली हैं। वहां गाड़ी ले जा रहा हूं, जबकि वह अपहरण के उद्देश्य से गाड़ी लेकर आया था। गाड़ी भी पिता ने कुछ महीने पहले खरीदी है, जिसका रजिस्ट्रेशन 15 दिन पहले ही हुआ है।