बूलगढ़ी कांड और सीबीआइ की कार्रवाई पर रहीं निगाहें
कोर्ट परिसर में सुबह से ही पुलिस और मीडियाकर्मियों का लगा रहा डेरा पुलिस ने मीडिया कर्मियों को अंदर दाखिल होने से रोका।
जागरण संवाददाता, हाथरस : बूलगढ़ी कांड में सीबीआइ की चार्जशीट को लेकर आमजन से लेकर मीडिया तक की निगाहें थीं। चर्चाएं शुरू हो गईं कि सीबीआइ कोर्ट आकर किसके खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट में पेश करने जा रही है। इस तरह के सवालों का दोपहर होते-होते मीडिया से लेकर आमजन तक को जवाब मिल चुका था। आरोपपत्र उन चारों आरोपितों के खिलाफ दाखिल किए गए हैं जिनको पुलिस ने जेल भेजा था।
शुक्रवार की सुबह सीबीआइ के आने से पहले ही हाथरस की जनपद कोर्ट परिसर के बाहर मीडिया का जमावड़ा शुरू हो गया था। वे आपस में ही बूलगढ़ी कांड को लेकर सवाल-जवाब करने लगे। जनपद कोर्ट के मुख्य गेट पर पुलिस का कड़ा पहरा था।
दोपहर 11 बजे से शुरू हुआ जमावड़ा शाम पांच बजे तक रहा। दोपहर करीब एक बजे पुलिस की एक गाड़ी में सीबीआइ के अफसर को देख मीडिया के कैमरों की फ्लैश चमकने लगी। सीबीआइ अफसर कोर्ट में कुछ दस्तावेजों के साथ दाखिल हुए। कुछ देर बाद यानी एक बजकर 12 मिनट पर सीबीआइ की डिप्टी एसपी सीमा पाहूजा कोर्ट तक गाड़ी से आईं। चार अन्य सदस्य हाथों में आरोपपत्रों का दस्तावेज लेकर कोर्ट में दाखिल हो रहे थे तभी मीडिया ने सवाल दागे मगर सीमा पाहूजा मीडिया के सवालों का जवाब दिए बिना ही कोर्ट में दाखिल हो गईं।
आरोपितों के वकील मुन्ना सिंह पुंढीर ने मीडिया से आरोपितों के खिलाफ सीबीआइ की ओर से चार्जशीट दाखिल होने की बात कही। दोपहर बाद सोशल मीडिया खबर पर ये खबर चलती रही। शाम करीब चार बजकर 20 मिनट पर सीबीआइ की टीम निकली, उसके बाद ही कोर्ट के गेट पर लगी फोर्स वहां से हटी।