अब कुरसंडा में डेंगू के डंक ने ली युवक की जान, 17 बीमार
बीमार लोगों में ज्यादातर डेंगू की चपेट में आगरा में चल रहा उपचार बीमारी की मार नगला चांद की घटना पर नहीं चेता प्रशासन गांव वालों में है आक्रोश गांवों में गंदगी और मछरों के कारण डेंगू और बुखार का फैला है प्रकोप
संसू, हाथरस : सादाबाद क्षेत्र के कुरसंडा ग्राम पंचायत के नगला चांद में डेंगू से युवक की मौत पर हाहाकार मच गया है। क्षेत्र में वायरल का भी जबरदस्त प्रकोप है, मगर, स्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा है।
ग्राम पंचायत कुरसण्डा के नगला चांद निवासी प्रवेश कुमार पुत्र नत्थीलाल को चार दिन पूर्व तेज बुखार आने पर परिजन आगरा ले गए थे। वहां उसे निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों ने उसे डेंगू बताकर भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया था। सोमवार की सुबह छह बजे उपचार के दौरान प्रवेश की मौत हो गई। मौत की सूचना गांव पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया।
ग्रामीणों ने बताया है कि नगला चांद में एक माह में दर्जनों लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं जिनमें से कई लोगों का इलाज चल रहा है। नगला चांद में फिलहाल 17 मरीज बुखार की चपेट में हैं। परिजनों के अनुसार डेंगू से पीड़ित लोगों में पंकज कुमार, अमन कुमार, विपन कुमार, आकाश, उपेन्द्र, विवेक, चन्द्रवती, पिकी, निर्मल, ओमवीर, विजय सिंह, सतीश, रामवती, ज्योति, डिम्पल कस्तूरी देवी, कृतिश आदि हैं। इनमें ओमवीर सिंह छत्तीसगढ़ पुलिस में तैनात हैं जो छुट्टी लेकर गांव में आए हैं। ग्रामीणों का मानना है कि मच्छरों की अधिकता के कारण यह बीमारी फैल रही है। गंदगी को लेकर प्रदर्शन
कुरसंडा : नगला चांद गांव में गंदगी पर ग्रामीणों ने सोमवार को ग्राम प्रधान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि प्रधान गांव के विकास और साफ-सफाई व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में अरविद, फौरन सिंह, हरपाल सिंह, विजयपाल सिंह, डम्बर सिंह, नेम सिंह, संजय, जगदीश प्रसाद, धर्मेंन्द्र, मीना देवी, प्रियंका देवी, सरोज देवी, शीला देवी, विमलेश देवी आदि दर्जनों ग्रामीण शामिल थे।
बुखार से तीन माह की बच्ची की मौत
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हाथरस : सासनी क्षेत्र के गांव बादनी में एक बच्ची की बुखार से मौत हो गई। वह कई दिन से बीमार चल रही थी। बादनी निवासी के सुनील कुमार की तीन माह की बेटी परी को कई दिन से बुखार था। सोमवार को तबीयत कुछ ज्यादा खराब हो गई तो परिजन फौरन गांव से जिला अस्पताल लाए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।