Move to Jagran APP

पुराने वाहनों को बेचने के लिए गांव में भी मिलेगी एनओसी

गांव में ही पता चल जाएगा कि यह व्हीकल मालिक बेच रहा है या चोर ग्रामीण दूरदराज इलाके में तो पता भी नहीं चलता और लोग ठगे जाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 12:29 AM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 12:29 AM (IST)
पुराने वाहनों को बेचने के लिए गांव में भी मिलेगी एनओसी
पुराने वाहनों को बेचने के लिए गांव में भी मिलेगी एनओसी

जागरण संवाददाता, हाथरस : कोरोना काल में पुरानी बाइक की खरीद-बिक्री खूब हो रही है। ऐसे में लोग चोरी के वाहन भी बेचकर खूब पैसे बना रहे हैं। ग्रामीण और दूर दराज के इलाके में तो पता भी नहीं चलता, लोग चोरी के वाहन खरीदकर ठगे जाते हैं। अब गांव में ही पता चल जाएगा कि यह बाइक, स्कूटर सही मालिक बेच रहा है या चोर बेच रहा है। इसके लिए नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो और कामन सर्विस सेंटर में करार हुआ है।

loksabha election banner

लोगों को पुरानी बाइक खरीदने में परेशानी न हो, इसके लिए केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाले कामन सर्विस सेंटर ने गृह मंत्रालय के निकाय नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के साथ करार किया है। इसके तहत हाथरस में मौजूद कामन सर्विस सेंटर के एक हजार केंद्रों के माध्यम से पुरानी बाइक खरीदने वालों को उस व्हीकल के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।

सीएससी से मिलेगा एनओसी

वैसे तो नियम है कि पुरानी बाइक खरीदने के लिए एनसीआरबी से एनओसी लिया जाए। पर गांवों या दूरददाज के इलाकों में ऐसा होता नहीं है। दरअसल, सब जगह एनसीआरबी का दफ्तर भी नहीं है। इसलिए एनसीआरबी ने सीएससी से करार किया है, क्योंकि इसकी पहुंच देश के गांव-गांव तक है। इस करार का शुभारंभ केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के निदेशक और केंद्रीय गृह मंत्रालय तथा नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो और कामन सर्विस सेंटर के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति मैं किया था । एनओसी क्या है?

नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) एक राज्य से दूसरे राज्य में किसी वाहन के दोबारा पंजीकरण के लिए क्षेत्रीय आरटीओ से जारी एक कानूनी दस्तावेज है। पते के परिवर्तन और पुन: पंजीकरण के लिए आवेदन के लिए स्थानीय आरटीओ से एक एनओसी की आवश्यकता होती है, जहां आपको अपना वाहन पंजीकृत कराया गया है। सीएससी जिला प्रबंधक प्रदीप सिंह ने कहा है कि इस सुविधा से नागरिकों को निकटतम सीएससी केंद्र से एनओसी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। सीएससी इस सुविधा के बारे में लोगों के बीच जागरूकता भी पैदा करेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.