लापता बेटों के लिए अब आमरण अनशन
संवाद सहयोगी, हाथरस : डेढ़ साल से लापता बेटों के बारे में सही जानकारी के लिए 70 वर्षीय
संवाद सहयोगी, हाथरस : डेढ़ साल से लापता बेटों के बारे में सही जानकारी के लिए 70 वर्षीय पिता आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर हो गए हैं। अब तक पुलिस यह नहीं बता सकी कि उनके बेटे ¨जदा हैं या नहीं। पिता को पुलिस पर एनकाउंटर का शक है। इस बाबत कई शिकायत भी कर चुके हैं। पुलिस का दावा है कि दोनों की उनके साथियों ने हत्या कर दी है, लेकिन कोई पुख्ता सबूत पेश नहीं कर पाए।
मूलरूप से गांव सूरज, राया (मथुरा) के रहने वाले गो¨वद ¨सह (70) पिछले कुछ सालों से शहर के जैन गली, पुरानी छपैटी, हलवाई खाना में रह रहे हैं। गो¨वद ¨सह अपने दोनों बेटों के साथ मुरसान के गांव पटा में किराए पर खेत लेकर खेती करते थे। गो¨वद ¨सह के अनुसार 7 मई 2016 की दोपहर उनके दोनों बेटे सोनवीर उर्फ सोनू (28) व दिनेश उर्फ दिन्नू (26) खेत से लौट रहे थे, तभी अपहरण कर लिया गया था। मौके पर उनकी बाइक मिली थी। दरअसल दिसंबर 2015 में आगरा के कागारौल में करीब एक करोड़ की लूट हुई थी, जिसमें 45 लाख की बरामदगी भी हुई थी। मामले में दोनों भाई वांछित थे तथा आगरा पुलिस ने इन पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। कागारौल पुलिस ने इन्हें बर्खास्त सिपाही देवेंद्र जाट गिरोह से जुड़ा बताया था। कुछ दिनों बाद इसी गिरोह के एक सदस्य को मथुरा में गिरफ्तार किया गया, जिसके बयान के आधार पर पुलिस ने दोनों भाइयों की हत्या का दावा किया। कागारौल पुलिस ने परिजनों को बताया कि माल के बंटवारे को लेकर साथियों ने सोनू व दिन्नू की हत्या कर दी थी तथा शवों को मथुरा नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने कपड़ों से शिनाख्त का प्रयास किया था, पर परिजन पहचान नहीं कर सके। पुलिस और कोई सबूत पेश नहीं कर सकी।
कागारौल थाने की ही विवेचना पर मुरसान कोतवाली में भी गुमशुदगी की फाइल बंद कर दी गई। गो¨वद ¨सह पिछले दो महीने से लगातार प्रार्थना पत्र दे रहे हैं और बेटों के बारे में सही जानकारी दिलाने की मांग कर रहे हैं पर अभी तक कोई संतोषजनक जवाब पुलिस नहीं दे पाई है। अनदेखी पर गो¨वद ¨सह ने दो अप्रैल से आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है।