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नहीं मिली जमानत, 35 सटोरिये गए जेल

मेडिकल के लिए सटोरियों को दो बार इमरजेंसी ले जाया गया

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 06:10 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 06:10 AM (IST)
नहीं मिली जमानत, 35 सटोरिये गए जेल
नहीं मिली जमानत, 35 सटोरिये गए जेल

संवाद सहयोगी, हाथरस : शहर के इगलास रोड स्थित रुकमणि नगर इलाके में एक मकान से दबोचे गए 35 सटोरियों को थाने से जमानत नहीं दी गई। पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेजा गया।

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पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ जुआ अधिनियम की धारा 3/4 के तहत कार्रवाई की है। जुआ अधिनियम की इस धारा के तहत पहले भी कई लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है लेकिन हर बार ज्यादातर को थाने से ही जमानत मिल जाती थी। जुआ अधिनियम के तहत आरोपितों को इस बार भी थाने से जमानत दी जा सकती थी लेकिन छापामारी के दौरान आरोपितों ने कानून अपने हाथ में लेकर शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश की, इसे आधार बनाकर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया और शुक्रवार को कोर्ट में पेश करने का निर्णय लिया। पेशी से पहले आरोपितों को पुलिस लाइन से मंगाए गए बंदी वाहन में जिला अस्पताल और फिर कोर्ट ले जाया गया। मेडिकल में देरी होने पर सटोरियों को बिना मेडिकल के ही कोर्ट ले जाया गया और पेशी के बाद पुन: जिला अस्पताल लाकर मेडिकल की प्रक्रिया पूरी की गई। इसके चलते उन्हें दो बार इमरजेंसी के चक्कर लगाने पड़े। सटोरियों के साथ दर्जनभर पुलिसकर्मी भी अलीगढ़ गए। हाथरस गेट की पुलिस

बोली, कार्रवाई हमारी

हाथरस गेट कोतवाली के निरीक्षक जितेंद्र कुमार ने शुक्रवार को बताया कि बौनी के मकान में सट्टा होने की खबरें मिल रही थीं। छापे से पहले वारंट लेना जरूरी था। एसपी से सर्च वारंट लेकर रुकमणि नगर में सट्टेबाजों पर नकेल कसी गई। हाथरस गेट पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, एसएसआई विपिन यादव को टीम बनाकर छापेमारी के लिए भेज दिया गया। सार्वजनिक जुआ अधिनियम 1867 की धारा पांच के तहत सट्टे की सूचना पर पुलिस को तलाशी का अधिकार है। सटोरिये का छूटा पेपर

सट्टे की खाईबाड़ी के आरोप में दबोचे गए 35 लोगों में से एक इंटर मीडिएट का छात्र है। शहर के रेवाड़पुरा इलाके के रहने वाले इस छात्र ने हाथरस गेट कोतवाली के नजदीक स्थित अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज से हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। गुरुवार को छात्र भी बौनी के मकान में सट्टा लगाने पहुंचा था जबकि अगले दिन शुक्रवार को उसका इंटर का पेपर था। पकड़े जाने पर उसने पुलिस अधिकारियों से कहा कि पेपर न देने से उसका भविष्य खराब हो जाएगा। छात्र की फरियाद को अधिकारियों ने यह कहकर अनसुना कर दिया कि पेपर देने वाले सट्टा नहीं लगाते। किस पर मेहरबान महकमा

पुलिस की सटोरियों पर बड़ी कार्रवाई के बीच एक चर्चा बेहद आम रही। पुलिस की कार्रवाई के समय मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक पुलिस ने कुल 36 लोगों को सट्टा करते दबोचा था। इसमें से एक को पुलिस ने बाद में छोड़ दिया और 35 के खिलाफ कार्रवाई की। चर्चा को लेकर जब पुलिस अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने इसे महज अफवाह बताया।


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