देश को स्वतंत्र कराने को समर्पित रहा नेताजी का जीवन
जयंती पर नमन कटक में जन्मे थे सुभाषचंद्र बोस आजाद हिद फौज तैयार कर अंग्रेजों के लिए खड़ी की थी चुनौती।
संवाद सहयोगी, हाथरस : नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती जिले में धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर जगह-जगह गोष्ठी व बैठकों का आयोजन आजादी की लड़ाई में नेताजी के योगदान की चर्चा की गई। नेताजी के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया गया।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती दयाराम किला परिसर स्थित वेद भगवान शिविर में रविवार को मनाई गई। कार्यक्रम में ब्रजमोहन शर्मा मुख्य अतिथि, कुशलपाल सिंह पौरुष व रामनाथ कौशिक प्रधानाचार्य विशिष्ट अतिथि रहे। कवियों ने काव्यपाठ से नेताजी का गुणगान किया। जितेंद्र स्वरूप शर्मा फौजी, हरीश शर्मा एडवोकेट, आशुकवि अनिल बौहरे, दीपक रफी, ऋषि कुमार कौशिक, देवी सिंह, संजय, प्रवीण, गणेशदत्त, अशोक शर्मा, देवस्वरूप शर्मा मौजूद रहे। देश को स्वतंत्र कराने को बनाई आजाद हिद फौज
संसू, सासनी : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से बस स्टैंड के निकट शिव मंदिर पर स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई। वक्ताओं ने कहा कि 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में जन्मे नेताजी का इतिहास भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सुनहरे अक्षरों में लिखा है। उन्होंने आजाद हिद फौज की स्थापना की थी। इसमें अंशुल कुशवाहा, रोहित माहौर, दीपेश गुप्ता, अभिषेक शर्मा, लक्ष्य, मनीष, साहिल गुप्ता, अंशुल गुप्ता मौजूद थे।
सहपऊ: नगर कांग्रेस कमेटी कार्यालय एवं अन्य कई स्थानों पर नेताजी की 125वीं जयंती मनाई गई। वक्ताओं ने कहा कि नेताजी ने अंग्रेजों के शासन में सिविल सर्विस छोड़कर देश को आजाद कराने के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। इसमें नगराध्यक्ष वीरेंद्र जैसवाल, राज कुमार जैसवाल, भूपेंद्र अरोरा, हरीश तिवारी, राजेन्द्र जैसवाल, अंशुल शर्मा, दुष्यंत गुप्ता, मनीष जैसवाल, वाचाराम, मोहित कुमार मौजूद थे।