Move to Jagran APP

17 बिजलीघरों पर रिपोर्ट नहीं दे रहे मीटर रीडर

डीवीएनएल के निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन ने हाथरस आकर की पड़ताल हिदायत -अधिकाधिक ग्रामीणों को रीडिग के अनुसार बिल दिए जाने के निर्देश -ऊर्जामंत्री के ट्यूटर पर आने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण हो

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Jun 2019 01:11 AM (IST)Updated: Sat, 08 Jun 2019 01:11 AM (IST)
17 बिजलीघरों पर रिपोर्ट नहीं  दे रहे मीटर रीडर
17 बिजलीघरों पर रिपोर्ट नहीं दे रहे मीटर रीडर

संवाद सहयोगी, हाथरस : मुरसान गेट स्थित शहर के मोतीराम गेस्ट हाउस में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम (डीवीएनएल) आगरा के निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन ने अवर अभियंता तक के कार्मिकों की समीक्षा बैठक की। इसमें बड़ी गड़बड़ी सामने आई कि जिले के 17 बिजलीघरों पर तैनात मीटर रीडर संबंधित अवर अभियंता के पास रिपोर्ट नहीं करते। निदेशक पर्सनल ने नाराजगी जाहिर करते हुए बिलिग एजेंसी के अधिकारियों को सख्त कार्रवाई की हिदायत दी।

loksabha election banner

निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन राकेश कुमार ने निर्देश दिए कि ऊर्जामंत्री के ट्यूटर पर आने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाए। नोडल अधीक्षण अभियंताओं द्वारा ट्रांसमिशन विभाग से मिलकर बेहतर आपूर्ति प्रदान की जाए। जनप्रतिनिधियों से बेहतर संपर्क स्थापित करके उनकी शिकायतों का निस्तारण किया जाए। पांच किलोवाट से अधिक भार वाले संयोजनों की गहन जांच करके श्रेणीवार बकाया वसूली सुनिश्चित करें। निदेशक ने जब अवर अभियंताओं से पूछा कि क्या मीटर रीडर आपके संपर्क में रहते हैं या नहीं। इसपर 17 अवर अभियंताओं ने बताया कि मीटर रीडर उनके संपर्क में नहीं रहते।

इसपर बिलिग एजेंसी को सख्त हिदायत दी कि मीटर रीडर प्रतिदिन सब स्टेशनों पर जाकर अवर अभियंताओं को रिपोर्ट करेंगे। समीक्षा बैठक में अधीक्षण अभियंता संदीप अग्रवाल, एक्सईएन खान चंद्रा, एक्सईएन राजकुमार, एक्सईएन आदित्य पांडेय, एसडीओ एसएन पांडेय, गोपीचंद्र भाष्कर के अलावा अवर अभियंता आदि मौजूद रहे। गांवों में भी रीडिग से ही बनेंगे बिल

ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक 450 रुपये महीने के हिसाब से बिल दिया जाता है। अब रीडिग के अनुसार बिल दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में ग्रामीण क्षेत्र में दो लाख उपभोक्ता हैं, जिसमें से करीब 25 हजार ग्रामीणों के यहां ही मीटर के अनुसार बिल दिया जा रहा है। सौभाग्य योजना में हुए कनेक्शनों को जल्द से जल्द मीटर से जोड़ा जाएगा। हर माह करनी होगी बैठक

लोगों को समय से बिल मिल सके और वे उनका भुगतान करें, इसको लेकर विद्युत विभाग जोर है। अब हर माह बिलिग एजेंसी के अधिकारियों को एसडीओ व अवर अभियंताओं के साथ बैठक करके यह सुनिश्चित करना होगा कि शत प्रतिशत लोगों को समय से और सही बिल मिल रहे हैं या नहीं। कार्यदायी संस्थाओं को हिदायत

समीक्षा बैठक में सौभाग्य योजना की कार्यदायी संस्था एलएंडटी, कृषि पोषकों के फीडर सेपरेशन की कार्यदायी संस्था आरके इंडस्ट्री बरेली, कार्यदारी संस्था कश्मीरी लाल कंस्ट्रक्शन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बेहतर कार्य करें। किसी भी प्रकार की लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी।

---------------

सबसे बड़ी चुनौती है

बिजली चोरी रोकना

संस, हाथरस : विद्युत चोरी पर अंकुश लगा पाना कई साल से अफसरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। तड़के से देर रात तक छापेमारी की जा चुकी है मगर बिजली चोरी रुक नहीं रही। दो दिन चले छापामार अभियान में तीस से अधिक लोग बिजली चोरी में संलिप्त पाए गए। अब नए अधीक्षण अभियंता को इस चुनौती का सामना करना है।

विभाग ने बहुतेरे प्रयास किए मगर बिजली चोरी करने के नए-नए तरीके लोगों ने इजाद कर लिए। घरों के बाहर मीटर लगे होने के बावजूद बिजली चोरी पर अंकुश नहीं लग पा रहा। घनी आबादी वाले इलाकों में तो चेकिग करने के लिए टीमें कभी कभार ही पहुंच पाती हैं। नए अधीक्षण अभियंता संदीप अग्रवाल ने गुरुवार को सर्किल कार्यालय पर आकर कार्यभार ग्रहण किया। अब उनके समक्ष भी यही चुनौती है। इसके अलावा लोगों को समय से बिल नहीं मिल पाते। राजस्व वसूली में भी जिले की स्थिति बेहतर नहीं है। गिजरौली सब स्टेशन के अंदर विद्युत ट्रांसफार्मरों के नीचे गंदा पानी जमा है। बरसात से पूर्व इस समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो बिजलीघर की सप्लाई व्यवस्था ठप हो सकती है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.