जीपीएफ घोटाले पर डीएम को सौंपा ज्ञापन
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के सदस्यों ने किया कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन
संस, हाथरस : राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के पदाधिकारियों ने जीपीएफ घोटाले को लेकर कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड में हुए जीपीएफ घोटाले के संबंध उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग में मुख्यमंत्री से की है।
विद्युत कर्मचारियों ने ज्ञापन में कहा है कि जीपीएफ घोटाले से कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उसके सुरक्षित होने की अब कोई गारंटी नहीं होने से कर्मियों के सामने संकट की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने ज्ञापन में इस घोटाले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने एवं जीपीएफ व सीपीएफ आदि की वापसी की गारंटी को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग मुख्यमंत्री से की है। जिलाधिकारियों को ज्ञापन राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जिलाध्यक्ष शेर सिंह के नेतृत्व में सौंपा गया। इस मौके पर एसएन पांडे, राकेश कुमार, जीसी भास्कर, कौशल गुप्ता, हेमेंद्र सिंह, पंकज चौबे, भूप सिंह, विवेक भारती, श्रीकांत, सुरेश चंद, प्रदीप कुमार, कौशल गुप्ता, ललित कुमार यादव, वेद प्रकाश इंजीनियर चेतन चौहान, बृजेश, महेश चंद, पुष्पेंद्र सिंह विमल आदि मौजूद थे। छठवें दिन भी जारी रहा विद्युत कर्मियों का धरना-प्रदर्शन
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन व अन्य संगठनों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर छठवें दिन बुधवार को भी आंदोलन जारी रखा। विद्युत वितरण खंड कार्यालय ओढ़पुरा पर धरना-प्रदर्शन कर कार्य का बहिष्कार करते हुए अपनी मांगें दोहराईं। धरने की अध्यक्षता अभियंता संघ के इंजीनियर संदीप अग्रवाल अधीक्षण अभियंता व रामनिवास शर्मा ने संयुक्त रूप से की। सभा में संघ के विनोद तोमर ने कहा कि सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को यह लड़ाई एक साथ मिलकर लड़नी होगी। लेखाकार संघ के गिर्राज सिंह ने कहा कि कर्मचारी एवं अधिकारियों के सीपीएफ व जीपीएफ के रुपये डीएचएफएल कंपनी को दिया गया था। उस पैसे की सुरक्षा अपने हाथों में लेते हुए उसके सुरक्षित होने का भरोसा भी सरकार को देना होगा। संचालन संघ के अनूप महेश्वरी ने किया। प्रदर्शन में रामेश्वर दयाल, धर्मेंद्र कुमार शर्मा, सोनू वर्मा, राधेश्याम, अनूप महेश्वरी, त्रिवेंद्र कुमार, शंभू शंकर, ललित कुमार, वासुदेव सिंह, गुलशन गिरि, ललित कुमार, केली अग्रवाल, सतेंद्र पाल सिंह, राम कुमार, ललित कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, पारस मुनी, सुरेंद्र, भगवान सिंह, लाखन सिंह आदि उपस्थित थे।