मृतका व आरोपितों के स्वजन सहित आठ से मैराथन पूछताछ
सीबीआइ की टीम ने मृतका के दोनों भाइयों के अलावा चारों आरोपितों व दो अन्य से एक बार फिर ली जानकारी।
जासं, हाथरस : सीबीआइ ने रविवार को अपनी जांच आगे बढ़ाते हुए मृतका और आरोपितों के स्वजन सहित आठ लोगों को अपने अस्थायी कार्यालय पर बुलाकर देर शाम तक कई चरणों में मैराथन पूछताछ की। इसके बाद छह बजे मृतका के दोनों भाइयों को गांव भेज दिया। वहीं आरोपित के परिजन व अन्य लोगों से देर शाम तक पूछताछ जारी थी। पूछताछ करने वालों में वे दो लोग भी शामिल हैं जो आरोपित के साथ चिलिग प्लांट में काम करते थे। सीबीआइ की टीमें इन लोगों से घरों और अपने कार्यालय पर पहले भी पूछताछ कर चुकी है। सीबीआइ को जांच के लिए यहां 15 दिन हो चुके हैं।
रविवार को सीबीआइ ने अलीगढ़ रोड स्थित उपनिदेशक कृषि कार्यालय परिसर में बने अस्थायी कार्यालय पर मृतका के दोनों भाइयों के अलावा आरोपित संदीप के पिता नरेंद्र सिंह, लवकुश के पिता रामवीर सिंह, रामू के पिता राकेश सिंह और रवि के पिता अतर सिंह को दोपहर 11 बजे से बुलाना शुरू किया। सभी से एक-एक कर बंद कमरे में पूछताछ की। टीम ने आरोपित रामू के साथ चिलिग प्लांट पर काम करने वाले अनिल और ओंकार को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। शाम तक उनसे पूछताछ का सिलसिला जारी रहा। सीबीआइ इन लोगों से कई बार पूछताछ कर चुकी है। अस्थायी कार्यालय के अलावा उनके घरों पर जाकर भी पूछताछ की है। बार-बार पूछताछ को लेकर यह भी चर्चा चल रही कि इन्हीं सवालों और जवाबों के बीच घटना की सच्चाई तक पहुंचा जा सकता है। शुक्रवार को सीबीआइ की टीम ने गांव में आकर पड़ोसियों से पूछताछ की थी। सीबीआइ घटना के दिन से लेकर अंतिम संस्कार तक के घटनाक्रम के संबंध में पल-पल की जानकारी जुटा रही है।
मृतका के स्वजन के यहां से
पांच मवेशी ले गए रिश्तेदार
जासं, हाथरस : रविवार को दोपहर बाद मृतका के पिता के दामाद और समधी बूलगढ़ी पहुंचे। वे उनके यहां से भैंस ले जाने आए थे। ये लोग दो मालवाहक वाहन से यहां पहुंचे थे। सबसे पहले दोपहर दो बजे मृतका के पिता के समधी आए। उनके साथ पांच लोग और थे। उसके बाद उनके दामाद अपने भाई के साथ पहुंचे। जानकारी मिलने पर खुफिया टीम और वहां मौजूद पुलिसकर्मी सक्रिय हो गए। उन्होंने तुरंत अधिकारियों को अवगत कराया। अधिकारियों के निर्देश पर थाना चंदपा से पुलिस पहुंची। स्वजनों से कहा गया कि अधिकारियों ने फिलहाल भैंस ले जाने से मना किया है। मृतका के पिता के दामाद अलीगढ़ जिले के गोंडा क्षेत्र से आए थे जबकि उनके समधी फीरोजाबाद जिले के थाना एका क्षेत्र से आए थे। बाद में तय हुआ कि उन्हें मवेशी ले जाने की अनुमति दे दी जाए। मृतका के पिता से जिलाधिकारी के नाम एक पत्र लिखवाया गया है जिसमें उनकी सहमति दर्शायी गई है। मृतका के पिता के पास सात पशु हैं, जिनमें दो बड़ी भैंस, पांच पड़िया हैं। परिवार की सहमति से एक भैंस तीन पड़िया मृतका के पिता के समधी ले गए। वहीं एक पड़िया दामाद ले गए। दोनों रिश्तेदारों से भी पशु ले जाने के संबंध में जिलाधिकारी के नाम पत्र लिखवाए गए हैं।