मिलावटी डीएपी के शक में खाद भरा ट्रक पकड़ा
इफको गोदाम सिकंदराराऊ से सादाबाद के गांव जा रहा था ट्रक कार्रवाई जिला कृषि अधिकारी व उनकी टीम ने डीएपी के लिए नमूने जांच होगी डीएपी में सफेद दाना भी संदिग्ध स्थिति पैदा कर रहा था
संवाद सूत्र, हाथरस : रविवार को सिकंदराराऊ से सादाबाद क्षेत्र के गांव गढ़ उमराव जाते समय इफको डीएपी के एक ट्रक को जिला कृषि अधिकारी ने पकड़कर डीएपी की प्रारंभिक जांच में मिलावटी खाद पाई गई। डीएपी का नमूना लेकर जांच को भेजा जा रहा है।
सिकंदराराऊ के पीसीएफ गोदाम से डीएपी खाद के 320 बैग (प्रत्येक 50 किग्रा) लेकर एक ट्रक सादाबाद के गांव गढ़ उमराव की सहकारी समिति के लिए चला था। यह ट्रक हाथरस रोड स्थित न्यायालय प्रांगण के सामने एक ढाबे पर खड़ा हुआ था। किसी तरह से ट्रक में नकली डीएपी खाद होने की जानकारी मिलने पर जिला कृषि अधिकारी विपिन कुमार व उनकी टीम सादाबाद पहुंच गई। ट्रक को देखकर तत्काल ट्रक से दो बैग उतार कर डीएपी को कई तरीके से चेक किया गया तो वह मिलावटी प्रतीत हुई। जिला कृषि अधिकारी व उनकी टीम ने डीएपी को पैर से कुचल कर देखा तो दाने पिस गए, जबकि कुचलने पर दाना साबुत बना रहता है। डीएपी में सफेद दाना भी संदिग्ध स्थिति पैदा कर रहा था।
इस मामले में जिला कृषि अधिकारी डिपिन कुमार ने बताया कि प्रथम ²ष्टया यह डीएपी मिलावटी प्रतीत हो रही है। इसकी सैंपलिग करते हुए नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। जांच के बाद जो भी सामने आएगा, उसी हिसाब से कार्रवाई होगी। फिलहाल डीएपी को सहकारी समिति पर भेजा जा रहा है, जहां यह सीज की जाएगी, क्योंकि मिलावटी डीएपी किसानों को नहीं दी जाएगी।
चालक ने 100 डायल
को दी लूट की सूचना
संसू, सादाबाद : पीसीएफ गोदाम सिकंदराराऊ से गढ़ उमराव जाते समय डीएपी से भरे ट्रक को चौधरी चरण सिंह चौराहे पर एक युवक ने कार सामने लगाकर रोका तथा चालक विष्णु कुमार पुत्र दरियाव सिंह निवासी रुहेरी के साथ मारपीट की। चालक ने बताया है कि ट्रक को वे लोग वापस हाथरस की ओर मुड़वा कर ला रहे थे, लेकिन न्यायालय प्रांगण के सामने ढाबा देखकर उसने ट्रक को ढाबे पर रोक दिया तथा हंड्रेड डायल को ट्रक लूट की सूचना दी। मौके पर हंड्रेड डायल भी पहुंची। ट्रक चालक ने बताया कि इससे पहले भी सिकंदराराऊ पीसीएफ गोदाम के इंचार्ज का पुत्र उनसे मारपीट कर इसी तरह खाद लदा ट्रक वापस ले जाने की कोशिश कर चुका है। इस मामले में कोई तहरीर नहीं दी गई थी।