सिंगल ड्राइवर के भरोसे चल रहीं लंबे रूट की बसें
फोटो- 30 लापरवाही - सिगल ड्राइवर के चलते लंबे रूटों पर होती है परेशानी - तीन सौ किलोमीटर से अधिक पर जाते हैं डबल ड्राइवर
संवाद सहयोगी, हाथरस : रोडवेज की बसें लंबे रूटों पर भी सिगल ड्राइवर के साथ दौड़ रही हैं। नियमानुसार तीन सौ किलोमीटर से अधिक दूरी पर जाने वाली बस में दो ड्राइवर होने चाहिए। विभाग की यह नियमों की अनदेखी दुर्घटनाओं को बुलावा दे रही है।
रोडवेज हाथरस डिपो में लोकल रूट के अलावा लंबे रूटों पर भी बसों का परिचालन किया जाता है। प्रति दिन करीब बीस बसें लंबे रूटों पर चलाई जाती हैं। लंबे रूटों पर यह बसें दिल्ली, जयपुर, हरिद्वार, लखनऊ, देहरादून आदि शहरों को जाती हैं। ऐसे में लंबे रूट की बस पर दो ड्राइवर का होना जरूरी है। उसके बाद भी सिगल ड्राइवर के साथ बसों को भेजा जा रहा है। नाम न छापने पर एक ड्राइवर ने बताया कि अकेले ड्राइवर पर अधिक लोड बढ़ जाता है। इससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है।
डिपो इंचार्ज वीरी सिंह का कहना है कि तीन सौ किलोमीटर से अधिक पर डबल ड्राइवर बस पर भेजा जाता है। दो दिन में लौटने वाली बस का प्रतिदिन का औसत तीन से कम रहता है। इसीलिए वहां पर डबल ड्राइवर की आवश्यकता नहीं है। रोडवेज में बसों का परिचालन नियमानुसार ही किया जा रहा है।