बाजरा व कपास की 10 फीसद फसल चट कर गई टिड्डियां
रविवार की शाम करीब पांच बजे अलीगढ़ के रास्ते सासनी में किया प्रवेश खेती के दुश्मन रात में दमकलों से किया दवा का छिड़काव बर्तन बजाते रहे किसान अब दूसरे इलाकों में पहुंचे टिड्डी दल को भगाने में जुटे किसान
संवाद सहयोगी, हाथरस : टिड्डियों ने रविवार शाम करीब पांच बजे सासनी क्षेत्र से जनपद में प्रवेश किया और देखते ही देखते हाथरस जंक्शन के कई गांवों में करीब 10 फीसद फसलों को चट कर गईं। सरकारी अमले के साथ किसानों ने टिड्डियों को भगाने के लिए बर्तन बजाने के साथ आग जलाकर धुआं भी किया।
टिड्डी दल को लेकर कृषि विभाग ने तैयारियां पहले से ही कर ली थीं। बुलंदशहर में टिड्डियों के प्रवेश करने से पूर्व कृषि विभाग के डीडीए एचएन सिंह आदि अधिकारी टीम के साथ जनपद के सभी 64 न्याय पंचायतों में मोर्चा संभाले हुए थे। रविवार की शाम करीब पांच बजे टिड्डी दल सासनी क्षेत्र में प्रवेश किया। जाते-जाते हाथरस जंक्शन क्षेत्र ग्राम मोहारी, चंदपुर, हीरापुर, बरौली, धतरोई आदि में बाजरा, खुर्ती, बाजारा, कपास आदि की 10 फीसद फसल खराब कर दी। टिड्डियों ने कई जगह पीपल व बेर के पत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया। हालांकि विभागीय अधिकारी बहुत अधिक नुकसान की बात से इन्कार कर रहे हैं और आकलन में लगे हुए हैं। टिड्डियां भगाने की कवायद
पहले से ही खेतों में मौजूद किसानों ने बर्तन बजाते हुए शोर कर उन्हें खदेड़ना शुरू कर दिया। इसके लिए खेतों के आसपास आग जलाकर धुआं किया गया। किसानों ने इसके लिए पहले ही इंतजाम कर लिया था। जैसे ही टिड्डी दल नीचे उतरने की कोशिश करता किसान शोर मचाते हुए उन्हें खदेड़ देते। दमकलों से किया रसायन का छिड़काव
सासनी क्षेत्र के ग्राम खिटौली, कटेलिया, विघैपुर, नगला संतोषी, खोजनपुर में टिड्डी दल ने नुकसान पहुंचाया मगर पुरदिलनगर, सिकंदराराऊ, सहपऊ में टिड्डी दल नहीं रुके। कृषि विभाग के अधिकारियों ने रात्रि प्रवास के दौरान टिड्डियों पर अग्निशमन की गाड़ियों से दवा का छिड़काव कर उनका सफाया किया। सोमवार को टिड्डी कहीं नहीं दिखी।
इनका कहना है
रविवार को आई टिड्डियों ने फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। जो फसल बची है उनसे भी कुछ उम्मीद नहीं है।
- हंस कुमार, किसान मोहारी टिड्डियों ने क्षेत्र में खूब आतंक मचाया। इसे भगाने के लिए बर्तन बजाकर शोरकिया। फिर भी बाजरा व खुर्ती की फसल को नुकसान पहुंचा।
-मालती देवी, किसान मोहारी हाथरस जंक्शन क्षेत्र में कई ग्रामों में फसल टिड्डियों का भोजन बन गई। अधिकारियों के ध्यान नहीं देने से ही फसलों को नुकसान हुआ।
-संजीव कुमार किसान मोहारी
वर्जन
टिड्डियों पर समय रहते काबू पा लिया गया। इसके लिए किसानों का सहयोग सराहनीय रहा है। कुछ बड़े पेड़ों की पत्तियों को नुकसान हुआ है। फसलों को कहीं कोई नुकसान नहीं है।
-यतेंद्र सिंह जिला कृषि रक्षा अधिकारी
अब सादाबाद के मंस्या में टिड्डियों का डेरा
ससू, सहपऊ/सादाबाद : सोमवार की सुबह तक सासनी क्षेत्र से टिड्डियों को भगाने के बाद राहत महसूस कर रहे विभागीय अधिकारियों की फिक्र फिर बढ़ गई। सादाबाद के मंस्या में टिड्डियों ने सोमवार शाम डेरा डाल लिया था।
सोमवार को शाम करीब साढ़े छह बजे सहपऊ क्षेत्र में टिड्डियों का दल आसमान में उड़ते देखा गया। यहां पहले से ही तैनात किसानों ने थाली आदि बर्तन बजाकर व आग जलाकर धुएं से टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया। रात में भी किसान टिड्डियों से फसलों को बचाने के लिए खेतों की रखवाली कर रहे हैं। उधर, सादाबाद नगर क्षेत्र और आसपास के गांवों में शाम साढ़े छह बजे के करीब लाखों की तादाद में टिडड्यिां देख लोग हैरान रह गए। लोगों ने धुआं कर, थालियां बजाकर टिड्डियों को भगाया। इसके बाद भी मंस्या में बड़ी संख्या में टिड्डियों के उतरने की सूचना मिली है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी यतेंद्र सिंह ने बताया कि फीरोजाबाद के रास्ते बरौस होकर टिड्डियां सहपऊ और सादाबाद क्षेत्र की ओर देखी गई हैं। अधिकारी व कर्मचारी वहां तैनात हैं। टिड्डियों को रुकने नहीं दिया जाएगा। फसलों की सुरक्षा के लिए किसानों के साथ सभी अधिकारी व कर्मचारी खड़े हैं। नहीं टला खतरा, आ
सकते हैं और दल
सावधान
निष्क्रिय कर्मियों के खिलाफ होगी आपदा अधिनियम में कार्रवाई
कंट्रोल नंबर पर देनी होगी टिड्डियों से संबंधित पल-पल की जानकारी संस, हाथरस : जनपद में टिड्डियों का खतरा अभी टला नहीं है। इनके प्रभावी नियंत्रण के लिए सोमवार को जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने विकास भवन में संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी यतेंद्र सिंह ने कहा कि टिड्डियों के हमले की संभावना अभी बनी हुई है। इनसे किसानों की फसलों को बचाने के लिए सबंधित अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमणकर किसानों को जागरूक करते रहेंगे। इससे संबंधित रिपोर्ट व अन्य अपडेट ग्रुप के माध्यम से प्रगतिशील किसानों को उपलब्ध कराएंगे। अन्य सभी किसानों तक जानकारी प्रगतिशील किसानों द्वारा पहुंचाई जाएगी। किसी क्षेत्र में टिड्डियों के प्रकोप की जानकारी साधारण किसान या अन्य लोगों द्वारा मिलती है तो कर्मचारी व प्रगतिशील किसानों को क्षेत्र में निष्क्रिय मानते हुए आपदा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। सभी जानकारी कृषि विभाग के कंट्रोल नंबर 9458817142 पर तुरंत पूरे विवरण सहित दर्ज करानी होगी। साथ ही इस नंबर को अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाना भी जरूरी है। टिड्डियों के प्रभावी नियंत्रण के लिए किसानों को रसायन व कीटनाशकों के छिड़काव की भी जानकारी देनी होगी।