गिरासू भवनों में खतरे में जिदगी
शहर के निचले इलाके में जलभराव के कारण गिर रहे हैं मकान जनपद में तीन सौ से अधिक हैं गिरासू भवन।
जासं, हाथरस : मानसून सक्रिय होने से आए दिन बारिश हो रही है। इससे जर्जर मकान गिर रह हैं। शहर के पुराने इलाकों की हालत अधिक खराब है। इन मकानों व भवनों के जर्जर होने के कारण उनके हिस्से क्षतिग्रस्त होकर गिरते रहते हैं। घनी आबादी के बीच शहर में इन हालातों को लेकर बेपरवाह नगरपालिका ने मकान गिरने के बाद जर्जर मकान और भवनों का पता लगाने के निर्देश दिए हैं। दैनिक जागरण ने मंगलवार को शहर और देहात के ऐसे भवनों की पड़ताल की तो जर्जर भवनों का भयावह रूप देखने को मिला। शहर और देहात में ऐसे भवनों की संख्या 300 से अधिक है जो कि रहने लायक नहीं है।
ये है स्थिति : हाथरस शहर में कई मकान जर्जर हो चुके हैं। शहर में रामलीला मैदान स्थित भवन की भी हालत ठीक नहीं है। इसके नीचे बाजार लगता है। रोजाना सैकड़ों लोगों की भीड़ रहती है। हादसा होने पर हालात गंभीर हो सकते हैं। इसी प्रकार सासनी गेट चौराहे से लेकर कमला बाजार होते हुए क्रांति चौक से घंटाघर जाने वाले मार्ग पर कई जर्जर भवन हैं। इसी प्रकार क्रांति चौक से सर्कुलर रोड की ओर जाने वाले मार्ग पर कई भवन हैं। आगरा रोड पर भी कई भवनों की हालत जर्जर हो चुकी है। अलीगढ़ रोड पर लेबर कालोनी में कुछ आवास जर्जर हैं। कमोवेश यही स्थिति सासनी, सिकंदराराऊ, सादाबाद व अन्य कस्बों की है।
जोखिम मोल ले रहे : खास बात यह है कि कई भवन इतने जर्जर हालत में पहुंच गए हैं कि रहने लायक नहीं है। फिर भी उनके नीचे दुकानें चल रही हैं और घरों में लोग रह रहे हैं। दीवारें चटकी हुई हैं। कुछ स्थानों पर छतों पर घास तक उग आई हैं। दीवारे चटक गई हैं। उनमें उग आए पौधे भी बड़े हो गए हैं और मकान की दीवारें फटने लगी हैं।
गिर चुकी हैं कई दीवारें और छत : पिछले दिनों खोड़ा हजारी में एक मकान की छत गिर गई थी। इगलास रोड पर तीन मकानों की छत गिर गई थीं। वहीं देहात क्षेत्र की बात करें तो हाथरस जंक्शन के कैलोरा में एक दो मंजिला मकान गिर गया था। पुरदिलनर और आसपास के इलाकों में भी कई मकान गिर चुके हैं। इन हादसों में कई लोग घायल भी हुए हैं। वर्जन --
शहर में गिरासू भवनों का पता लगाने के लिए सैनेटरी इंसपेक्टर को निर्देश दिए हैं। उनसे कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र के ऐसे भवनों को चिह्नित कर सूची तैयार करें। ऐसे भवन स्वामियों को नोटिस दिया जाएगा। नोटिस का जवाब न देने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अनिल कुमार, ईओ, नगर पालिका